हाथियों के झुंड ने केरी में घर तोड़ा, अनाज किया नष्ट
आदिवासी परिवार ने भाग कर बचायी जान, एक लाख से अधिक का नुकसान
आदिवासी परिवार ने घर से भाग कर बचायी जान एक लाख से अधिक की संपत्ति को पहुंचाया नुकसान बेरमो फोटो जेपीजी 13-2 तोड़ा गया मिट्टी का आवास प्रतिनिधि, ललपनिया महुआटांड़ जंगल से भटक कर पहुंचे चार-पांच हाथियों के झुंड ने बुधवार की रात गोमिया प्रखंड की टीकाहारा पंचायत के केरी गांव के एदेलकोचा टोला निवासी सरजू सोरेन ( पिता फूलचंद मांझी) का घर तोड़ दिया. रात करीब तीन बजे हाथियों के झुंड ने पहुंच कर उत्पात मचाया. घर क्षतिग्रस्त करने के बाद हाथियों ने घर में रखे चावल, धान महुआ सहित कई घरेलू सामानों को क्षतिग्रस्त कर दिया. सरजू सोरेन व उनके परिवार के सदस्यों ने रात में घर से भाग कर जान बचायी. घटना के बाद सरजू सोरेन का परिवार खुले आसमान के नीचे आ गया है. इस संबंध में वन क्षेत्र पदाधिकारी एएन तिवारी ने बताया कि क्षतिग्रस्त आवास व नष्ट हुए सामानों का आकलन कर पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति दिलाया जायेगा. 2019 में भी हाथियों ने इसी परिवार के घर को बनाया था निशाना : विदित हो कि वर्ष 2019 में सरजू सोरेन के घर को हाथियों ने क्षतिग्रस्त कर दिया था. उस समय वन विभाग ने मात्र पांच हजार रुपये सहायता दिया था. गरीबी रेखा से नीचे गुजर-बसर कर रहे सूरज का परिवार मिट्टी का मकान बना कर रह रहा था. इस संबंध में भाकपा नेता इफ्तेखार महमूद ने कहा कि पिछले दिनों डीएफओ, बोकारो से मिलकर हाथियों के उत्पात से प्रभावित गांवों में नौजवानों का दस्ता बनाने की मांग की थी. दस्ता बनने से तत्काल हाथियों को खदेड़ा जा सकता है. उन्होंने कहा कि वन विभाग से पीड़ितों को उचित मुआवजा नहीं मिल पाता है.
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