17 वर्षों की मेहनत के बाद भी सरकार मनरेगा कर्मियों की कर रही अनदेखा : अशोक
झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ की हड़ताल छठे दिन भी रही जारी, जिलाध्यक्ष ने कहा कि जबतक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, हड़ताल जारी रहेगी
बोकारो. 17 साल तक मनरेगा कर्मियों ने हर स्तर पर जी-तोड़ मेहनत किया. सरकार की महत्वाकांझी योजनाओं को धरातल पर उतारने में खुद को लगा दिया. बावजूद इसके सरकार मनरेगा कर्मियों की अनदेखा कर रही है. ये बातें मनरेगा के कनीय अभियंता अशोक सिंह चौधरी ने कही. झारखंड राज्य मनरेगा कर्मचारी संघ के आह्वान पर मनरेगा कर्मियों की हड़ताल छठे दिन शनिवार को भी जारी रही. डीसी ऑफिस के पास जारी धरना को श्री चौधरी संबोधित कर रहे थे. श्री चौधरी ने कहा कि सत्ता में आने के पहले हेमंत सोरेन मनरेगा कर्मियों की मांग को जायज बता रहे थे. इसे लागू करने की बात कर रहे थे. लेकिन, साढ़े चार साल से अधिक वक्त गुजर जाने के बाद भी सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं कर रही है. हमें अनदेखा किया जा रहा है. जिलाध्यक्ष सुनील चंद्र दास ने कहा कि मनरेगा कर्मियों की हड़ताल के कारण विकास की कई योजना ठप है. अबुआ आवास की गति पर ब्रेक लग गया है. सरकार वैकल्पिक व्यवस्था कर रही है, लेकिन मनरेगा कर्मियों की मांग पर ध्यान नहीं दे रही है. जबतक हमारी मांग पूरी नहीं हो जाती, हड़ताल जारी रहेगी. मौके पर जिला महासचिव कौशिक डे, सहायक अभियंता जय कुमार, आनंद महथा, कुलदीप शेखर, काशीनाथ सिंह चौधरी, निवास, पूर्णेंदु, लालचंद महतो, अशोक महतो, सहदेव महतो, अजीज, संजय, कमलेश, अखिल रजवार, रामू मांझी, आशा कुमारी, प्रकाश महतो, वीरेंद्र महतो, विवेक मोदी, रामभरोस, अजीत रजवार, नारायण बाउरी, अनूप, दुलाल सिंह व अन्य मौजूद थे.
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