झारखंड : धनबाद-चंद्रपुरा डीसी लाइन में 6 साल बाद भी 6 पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू नहीं, यात्री परेशान
धनबाद-चंद्रपुरा डीसी रेल लाइन पर पिछले छह साल से छह पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन ठप है. इसके कारण धनबाद–चंद्रपुरा भाया कतरास रूट के छोटे स्टेशनों में आने-जाने वाले यात्रियों को असुविधा हो रही है. बता दें कि रेलवे ने भूमिगत आग का कारण बता कर इस लाइन पर इन ट्रेनों के परिचालन को बंद किया था.
Indian Railways News: रेलवे द्वारा 15 जून, 2017 को चंद्रपुरा के डीसी लाइन की बंद की गयी छह पैसेंजर ट्रेनें अभी तक पटरी पर वापस नहीं उतरी है. भूमिगत आग का कारण बता कर इस लाइन पर इन ट्रेनों को बंद किया गया था. हालांकि, बाद में सरकार और रेलवे के निर्णय से इस रेल लाइन पर 24 फरवरी, 2019 से रेल परिचालन शुरू कर दिया गया. इस लाइन की सबसे पुरानी डीसी पैसेंजर ट्रेन का परिचालन अभी तक शुरू नहीं होने से धनबाद–चंद्रपुरा भाया कतरास रूट के छोटे स्टेशनों में आने-जाने वाले यात्रियों को असुविधा हो रही है.
सवा सौ साल पुरानी रेल लाइन का जानें हाल
करीब सवा सौ साल पुरानी इस रेल लाइन पर धनबाद से खुल कर हटिया जाने वाली पैसेंजर ट्रेन, मुरी से खुलकर चंद्रपुरा, कतरास के रास्ते धनबाद जाने वाली पैसेंजर, धनबाद से चंद्रपुरा तक चलने वाली अप व डाउन पैसेंजर ट्रेनें अभी तक चालू नहीं की गयी है. इस संबंध में लोगों का कहना है कि दोबारा डीसी रेल लाइन में ट्रेनों का परिचालन शुरू किये जाने के समय यह कहा गया था कि पहले चलने वाली सभी पैसेंजर ट्रेनों को चलाया जायेगा.
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धनबाद–कतरास आने–जाने में हो रही परेशानी
इन पैसेंजर ट्रेनों को फिर से नहीं चलाये जाने के कारण चंद्रपुरा एवं दुगदा के यात्रियों को परेशानी हो रही है. पहले क्षेत्र से काफी संख्या में लोग डीसी ट्रेन सुबह में जमुनिया, फुलारीटांड, बुदौरा, टुंडु, कतरास, सिजुआ, कुसुंडा, धनबाद आदि स्टेशन आसानी से पहुंच जाते थे और शाम को वापस इसी पैसेंजर ट्रेन से आ जाते थे. इसमें कॉलेजों में पढ़ने वाले विद्यार्थी, वकील, चिकित्सक होते थे. बड़ी संख्या में किसान भी होते थे जो हरी सब्जियां बेचने जाते थे.