Bokaro News : 15 माह में करना था स्कूल भवन का काम पूरा, चार साल बाद भी है अधूरा

Bokaro News : राजकीयकृत रामबिलास प्लस टू इंटरमीडिएट रोजगारोन्मुखी विद्यालय में 1.40 करोड़ रुपये की लागत से 20 कमरों वाले अतिरिक्त भवन का निर्माण चार साल बाद भी अधूरा है. जबकि 15 माह में काम पूरा कर इसे हैंड ओवर करना था.

By Prabhat Khabar News Desk | February 9, 2025 11:46 PM

राकेश वर्मा, बेरमो : राजकीयकृत रामबिलास प्लस टू इंटरमीडिएट रोजगारोन्मुखी विद्यालय में 1.40 करोड़ रुपये की लागत से 20 कमरों वाले अतिरिक्त भवन का निर्माण चार साल बाद भी अधूरा है. जबकि 15 माह में काम पूरा कर इसे हैंड ओवर करना था. वर्ष 2020 में राज्य के तत्कालीन शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो और बेरमो विधायक राजेंद्र प्रसाद सिंह ने योजना का शिलान्यास किया था. भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ तो रेल विभाग ने जमीन को लेकर आपत्ति जतायी. जिस स्थान पर भवन बना है, वह गोमो-बरकाकाना रेल मार्ग से सटा हुआ है. इसलिए रेलवे ने इसे अपनी जमीन बता कर काम रुकवा दिया. बाद में काफी मशक्कत के बाद रेलवे द्वारा मौखिक रूप से काम शुरू करने का आदेश दिया गया और निर्माण कार्य शुरू हुआ था.

कई काम हैं अधूरे

शिक्षकों ने बताया कि भवन का निर्माण आधा-अधूरा कर छोड़ दिया गया है. पिछले कई माह से निर्माण कार्य संवेदक ने बंद रखा है. विद्युतीकरण और ग्रिल लगाने का काम अभी तक पूरा नहीं किया गया है. भवन में टाइल्स बेतरतीब तरीके से लगा दिया गया है. जिस स्थान पर भवन का निर्माण किया गया है, उससे बिल्कुल सटे विद्यालय के बेसमेंट व गैलरी को भी डेमोलिश कर दिया गया, लेकिन मलबा के ढेर को हटाया नहीं गया है.

रिवाइज्ड फंड मिलने के बाद अधूरे कार्य होंगे पूरे

इस विद्यालय भवन का निर्माण कार्य करने वाले राजीव कंस्ट्रक्शन के पदाधिकारी का कहना है कि भवन की लागत 1.29 करोड़ रुपये थी. लेकिन लागत बढ़ गयी तो शिक्षा एवं साक्षरता विभाग को रिवाइज्ड फंड के लिए करीब 17-18 लाख रुपये का प्रपोजल बना कर भेजा गया. जल्द ही इसकी स्वीकृति मिलने की उम्मीद है. फंड प्राप्त होते ही अधूरे कार्य को पूरा कर भवन हैंड ओवर कर दिया जायेगा. इसके अलावा रेलवे द्वारा जमीन को लेकर आपत्ति दर्ज करने के कारण भी काम शुरू होने में विलंब हुआ.

छात्राओं के लिए बने पांच-सात शौचालय धंस गये

जानकारी के अनुसार वर्ष 2022-23 में विद्यालय के ऊपरी तल्ले में वर्षों पहले छात्राओं के लिए बने पांच-सात शौचालय एक साथ धंस गये थे. इसके कारण नीचे तल्ले का एक कमरा भी क्षतिग्रस्त हो गया. फिलहाल इसकी मरम्मत की जरूरत है. फिलहाल विद्यालय में छात्राओं के लिए दो नये शौचालय बनाये गये हैं, लेकिन शिक्षकों के लिए एक भी शौचालय नहीं है. शिक्षकों के अनुसार इस विद्यालय में खेल मैदान का भी अभाव है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Next Article

Exit mobile version