गोमिया के मां शारदे सेवा सदन में मिलीं एक्सपायर्ड दवाएं

गोमिया प्रखंड के महुआटांड़ बड़कीपुन्नू निवासी नौ वर्षीया प्रिया कुमारी की मौत गोमिया सीएचसी में चिकित्सक के नहीं मिलने से हुई. मामले की जांच डीसी विजया जाधव ने बेरमो एसडीओ से करायी.

By Prabhat Khabar News Desk | June 3, 2024 12:01 AM

बोकारो/गोमिया. गोमिया प्रखंड के महुआटांड़ बड़कीपुन्नू निवासी नौ वर्षीया प्रिया कुमारी की मौत गोमिया सीएचसी में चिकित्सक के नहीं मिलने से हुई. मामले की जांच डीसी विजया जाधव ने बेरमो एसडीओ से करायी. जांच रिपोर्ट में गोमिया सीएचसी में पदस्थापित चिकित्सक के अनुपस्थित व पदस्थापित एएनएम द्वारा फोन करने के बाद भी चिकित्सक के फोन रिसीव नहीं करने का मामला सामने आया है. बेरमो एसडीओ अशोक कुमार ने जांच रिपोर्ट शनिवार की देर शाम डीसी को सौंपी. रविवार को भी एसडीओ बेरमो ने अस्पताल का निरीक्षण किया. अस्पताल की दवा दुकान में जांच के क्रम में पदाधिकारियों को कई एक्सपायर्ड दवाएं मिलीं. साथ ही दवा से संबंधित एक डायरी भी जब्त की गयी. एसडीओ ने रिपोर्ट में बताया है कि प्रिया कुमारी के परिजन 29 मई की सुबह लगभग 6.18 बजे उसे लेकर उपचार के लिए सीएचसी पहुंचे. उस समय डॉ चंचला उपस्थित नहीं थीं. एएनएम कुमकुम कुमारी ने डॉ चंचला को फोन किया, लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया. स्वास्थ्य केंद्र में सर्पदंश के उपचार संबंधी दवा उपलब्ध थी. इसमें चिकित्सक की लापरवाही है. पति के साथ निजी अस्पताल में सेवा देती थीं डॉ चंचला : सीएचसी गोमिया में पदस्थापित डॉ चंचला अपने पति डॉ जितेंद्र कुमार के साथ सीएचसी से कुछ दूर निजी अस्पताल मां शारदे सेवा सदन गोमिया में सेवा दे रही थीं. एसडीओ ने मां शारदे सेवा सदन की औचक जांच की. उन्होंने बताया है कि निजी अस्पताल संचालन में भारी अनियमितता बरती गयी है. मां शारदे सेवा सदन गोमिया के प्रबंधक विवेक कुमार व डॉ जितेंद्र कुमार से क्लिनिक संचालन से संबंधित निबंधन प्रमाण पत्र की मांग की गयी. निबंधन प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया. बताया गया कि नवीनीकरण के लिए आवेदन किया गया है. बिना निबंधन अवैध रूप से चल रहा था अस्पताल : बिना निबंधन के ही अवैध रूप से अस्पताल का संचालन हो रहा था. जांच में पता चला कि डॉ चंचला कुमारी व डॉ जितेंद्र कुमार पति-पत्नी हैं. सेवा सदन के विवेक कुमार प्रबंधक डॉ चंचला के सहोदर भाई हैं. बताया गया है कि मां शारदे सेवा सदन गोमिया में छह चिकित्सक कार्यरत हैं. इनमें से तीन डॉ चंचला कुमारी (सीएचसी गोमिया), डॉ जितेंद्र कुमार (अनुमंडलीय अस्पताल फुसरो) व डॉ रंजन कुमार (पीएचसी महुआटांड़) में पदस्थापित हैं. तीनों सरकारी चिकित्सक के रूप में कार्यरत हैं. पदस्थापन स्थल से दूरी तय कर गोमिया में मां शारदे सेवा सदन में कार्य किया जा रहा था. लैब में सन्नी राम टेक्नीशियन के रूप में कार्यरत है. तकनीशियन के पास संबंधित प्रमाण पत्र नहीं मिला. लैब में एमबीबीएस पैथोलॉजिकल चिकित्सक नहीं है. उपायुक्त विजया जाधव ने कहा कि गोमिया प्रखंड जिले का सुदूर प्रखंड है. नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. जिले का आकांक्षी प्रखंड है. जिला प्रशासन का आमजनों को बेहतर सेवा उपलब्ध कराने का लक्ष्य है. किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. नियमानुसार दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जायेगी.

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