बोकारो : बेरोजगारी और पलायन का दर्द झेल रहे परिवारों ने चुनी खेती की राह, चाचा-भतीजे की मेहनत से लहलहायेगी फसल
तेनुघाट डैम के किनारे परती पड़ी भूमि में खेती करने का निर्णय लिया. तार से इसकी घेराबंदी की. गोभी, पालक, मिर्ची , बैगन, टमाटर, बीम, बोदी ,लौकी ,परवल, करेला आदि के पौधे लगा दिये गये हैं. 10 से 15 दिनों के बाद फूलों की खेती के लिए पौधे लगाये जायेंगे.
ललपनिया (बोकारो) नागेश्वर : बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत होसिर पूर्वी व पश्चिमी पंचायत के तेनुघाट डैम के निकट परती पड़ी कई एकड़ भूमि पर देवीपुर के अमित कुमार गुप्ता और उनके चाचा रामनाथ साव खेती करने की तैयारी कर रहे हैं. दो एकड़ में सब्जियों और बाकी में फूलों की खेती करने की योजना है. इसके लिए अमित कुमार गुप्ता की पत्नी सुमित्रा देवी ने महिला समिति से डेढ़ लाख रुपया का लोन लिया है. रामनाथ साव की पत्नी विमला देवी भी सहयोग कर रही हैं.
अमित कुमार गुप्ता (52 वर्ष) इंटर पास हैं और रामनाथ साव (55 वर्ष) स्नातक पास हैं. दोनों रिश्ते में चाचा-भतीजा हैं. अमित ने वर्ष 1997 से करीब दस वर्षों तक मुंबई में मजदूरी की. वर्ष 2017 से बंगलौर में मजदूरी की. उनका पुत्र विष्णु कुमार कृषि पर बीटेक की पढ़ाई कर रहा है और खेती कार्य में पिता को सुझाव देता है. अमित ने बताया कि चाचा रामनाथ साव से बात कर तेनुघाट डैम के किनारे परती पड़ी भूमि में खेती करने का निर्णय लिया. तार से इसकी घेराबंदी की. गोभी, पालक, मिर्ची , बैगन, टमाटर, बीम, बोदी ,लौकी ,परवल, करेला आदि के पौधे लगा दिये गये हैं. 10 से 15 दिनों के बाद फूलों की खेती के लिए पौधे लगाये जायेंगे. अमित और रामनाथ का कहना है कि अभी तक लगभग ढाई-तीन लाख रुपये खर्च हो चुके है. पूंजी की कमी है. पूंजी और सोलर सिस्टम से सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हो जाये तो आगे और बेहतर करने की योजना है. डैम के किनारे एक मिनी तालाब का भी निर्माण कर रहे हैं, जिसमें मछली पालन किया जायेगा.
आवेदन आयेगा तो मदद की जायेगी : मिश्रा
बोकारो जिला उप परियोजना निदेशक सह प्रखंड तकनीकी प्रबंधक गोमिया के राजन मिश्रा ने कहा कि कृषकों को कृषि विभाग से नियमानुसार सहायता उपलब्ध करायी जाती है. अमित कुमार गुप्ता और रामनाथ साव का आवेदन आता है तो विभागीय स्तर से मदद दी जायेगी.
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