Jharkhand News: तेनुघाट डैम के सामने परती और बंजर जमीन को उपजाऊ बनाकर आत्मनिर्भर बने किसान सुखदेख मांझी

प्रभात खबर में छपी खबर का असर हुआ है. बोकारो के गोमिया स्थित हरिदयामो गांव के किसान सुखदेव मांझी को सिंचाई के लिए यंत्र मिले. इससे खेतों में पानी पहुंचा और देखते ही देखते सुखदेव मांझी ने परती और बंजर जमीन को उपजाऊ बनाकर हरियाली ला दी. आज सब्जियों का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बने हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2023 6:44 PM

ललपनिया (बोकारो), नागेश्वर : बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड की तुलबूल पंचायत स्थित हरिदयामो गांव निवासी सुखदेव मांझी ने तेनुघाट डैम के किनारे परती एवं बंजर पांच एकड़ जमीन में गेहूं, सरसो, आलू, बैगन, टमाटर, मिर्ची पैदा कर हरियाली बिखरते हुए आत्मनिर्भर बने हैं. कृषि विकास के लिए डैम का पानी वरदान साबित हो रहा है. प्रभात खबर में छपी खबर का असर हुआ है. जिला प्रशासन द्वारा पटवन के लिए लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम लगाने से श्री मांझी कृषि विकास में और भी वृहद रूप से बल दिये जाने से कृषि विकास का स्वरूप ही बदल गया है.

खेती-किसानी की प्रेरणा पिता से मिली

कृषि विकास में पानी का विशेष महत्व है और वो पानी डैम से सालोभर पानी की जरूरत को पूरा कर रहा है. प्रगतिशील किसान सुखदेव डैम के तट में पिछले 10 साल से अपने पिता के प्रेरणा से खेती करते आ रहे हैं. वो मौसम के अनुरूप सालोसाल खेती करते हैं. पूर्व में पटवन के लिए पंप को चलाने के लिए मिट्टी तेल का उपयोग करते थे जिसमें काफी पैसे खर्च आता था. जिससे अधिक भूमि में पटवन नहीं कर पाते थे. पहले एक एकड़ में खेती करते थे. लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम मिलने से पांच एकड़ में कृषि विकास में काफी बल मिला है. खेती कर आज पूरा परिवार काफी खुशहाल है.

लुगूपहाड़ की तलहटी में बसा है साइड बस्ती

बता दें कि साइड बस्ती लुगूपहाड़ की तलहटी मे बसा है. गांव से एक किलोमीटर की दूरी पर प्रगितशील किसान सुखदेव मांझी द्वारा डैम किनारे उबड़-खबड़ भूमि को समतल कर उर्वरक बना दिये. कृषि विकास में खास‌ बात है कि श्री मांझी खेती में घरेलू खाद में गोबर का उपयोग करने से इनके द्वारा उगाये साग-सब्जी को ग्राहक काफी चाव से खरीददारी करते हैं. प्रगतिशील किसान हर साल करीब 90 हजार रुपये की आमदनी कर लेते हैं.

Also Read: Jharkhand News: बोकारो के झुमरा पहाड़ के युवा किसान क्षेत्र में ला रहे हरियाली, जानें कैसे

नौकरी नहीं मिली, तो जीवन चलाने के लिए खेती को अपनाया

प्रगतिशील किसान सुखदेव का कहना है कि हमलोगों का जो जमीन था वो डैम में चला गया. नौकरी मिला नहीं, तो जीवन चलाने के लिए खेती को चुना और उसपर परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलने से खेती कर अच्छी आमदनी कर रहे हैं. साथ ही कहा प्रभात खबर लिफ्ट एरिगेशन की खबर प्रकाशित होने के बाद कृषि विभाग ने यंत्र मुहैया कराया. कहा कि पॉली हाउस मिलता, तो पौधे तैयार करने में काफी सहूलियत मिलती.

जिला प्रशासन द्वारा लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम मुहैया करायी गयी : राजन मिश्रा

आत्मा, बोकारो के उप निदेशक राजन मिश्रा ने कहा कि जिला प्रशासन ने करीब नौ लाख रुपये की लागत से लिफ्ट एरिगेशन सिस्टम में 15 सोलर प्लेट, पांच एचपी का मोटर, 300 पाइप और ड्रीप एरिगेशन सिस्टम मुहैया करायी गयी. कहा कि इन कृषि यंत्र के मिलने से किसान सुखदेव 50 एकड़ जमीन पर आसानी से सिंचाई कर सकते हैं.

Next Article

Exit mobile version