बेटी की डोली और पिता की अर्थी एक साथ उठी, बिजली के करंट से हुई पिता की मौत

एक अजीब विडंबना के बीच पिता की अर्थी और बेटी की डोली एक साथ उठी. एक नये जीवन की शुरुआत करने की खुशियों के बीच पिता को हमेशा के लिए खो देने के गम और आंसुओं के साथ जब बेटी विदा हुई तो मां बेहोश होकर गिर पड़ी. यह नजारा देख पूरा गांव रो पड़ा. ग्रामीण समझ नहीं पा रहे थे कि वे गांव की बेटी की शादी की खुशियां मनाएं या उसके पिता की मौत का दुख. यह ह्रदयविदारक घटना कसमार प्रखंड के दुर्गापुर गांव की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 22, 2020 6:06 PM

कसमार (बोकारो) : एक अजीब विडंबना के बीच पिता की अर्थी और बेटी की डोली एक साथ उठी. एक नये जीवन की शुरुआत करने की खुशियों के बीच पिता को हमेशा के लिए खो देने के गम और आंसुओं के साथ जब बेटी विदा हुई तो मां बेहोश होकर गिर पड़ी. यह नजारा देख पूरा गांव रो पड़ा. ग्रामीण समझ नहीं पा रहे थे कि वे गांव की बेटी की शादी की खुशियां मनाएं या उसके पिता की मौत का दुख. यह ह्रदयविदारक घटना कसमार प्रखंड के दुर्गापुर गांव की है. क्या है पूरा मामला, पढ़ें प्रभात खबर प्रतिनिध दीपक सवाल की रिपोर्ट…

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दुर्गापुर के कारूजारा टोला निवासी मोती महतो के पुत्र कौलेश्वर महतो की मौत शुक्रवार की सुबह विद्युत स्पर्शाघात से हो गयी. मृतक की बेटी रीना कुमारी की शादी सिल्ली (रांची) के डूमरटांड निवासी ज्योतिलाल महतो के साथ आज ही तय थी. लॉकडाउन के कारण चंद परिजन को लेकर बारात निकल चुकी थी. पिता की मौत के कारण शादी टलने की स्थिति आ गयी थी.

अंततः बेटी के भविष्य को देखते हुए शादी संपन्न कराने का निर्णय लिया गया. पिता का शव पोस्टमार्टम के लिए जाने के बाद परिजनों ने ग्रामीणों की मदद से गांव के शिव मंदिर परिसर में सादे तौर पर बेटी की शादी संपन्न करा दी. बाइक पर दूल्हा उसे अपने साथ ले गया. इस घटना ने पूरे गांव को झकझोर कर रख दिया.

पेड़ से पत्ता तोड़ने के दौरान हुई घटना

जानकारी के अनुसार, कौलेश्वर महतो बकरी के लिए पत्ता लाने घर से करीब 100 मीटर दूर पहाड़ी की ओर गया हुआ था. पत्ता तोड़ने के लिए वह पलाश और उसी से सटे गढ़ नीम के पेड़ पर चढ़ा. इसी दौरान वह 11 हजार विद्युत तार की चपेट में आकर गिर पड़ा. घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गयी. कुछ ग्रामीणों की जब उस पर नजर पड़ी तो इसकी जानकारी घर एवं गांव वालों को दी.

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सूचना पाकर कसमार थाना प्रभारी राजेंद्र चौधरी भी मौके पर पहुंचे एवं शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक के दो पुत्र व तीन पुत्री हैं. एक पुत्री की शादी पूर्व में हो चुकी है. मृतक सामाजिक तौर पर भी काफी सक्रिय रहता था.

बिजली विभाग के प्रति आक्रोश

घटना को लेकर स्थानीय ग्रामीणों में विद्युत विभाग के प्रति आक्रोश है. बताया गया कि गांवों के विद्युतीकरण के दौरान जगह-जगह पर कहीं पेड़ों के बीच से तो कहीं पर तालाब के ऊपर से 11 हजार विद्युत तार को गुजार दिया गया है. इसी के कारण कारूजारा के पास कौलेश्वर को पेड़ पर चढ़ने के बाद विद्युत तार की चपेट में आकर जान गंवानी पड़ी. नियमतः इस तरह के पेड़ों व डालियों को काटकर विद्युत तार से अलग कर देना चाहिए, लेकिन विभाग ने इस पर ध्यान नहीं दिया.

विधायक ने की परिजनों से मुलाकात

स्थानीय विधायक डॉ लंबोदर महतो घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे. घटना पर दुख जताते हुए उसकी बेटी को ढांढस बंधाकर ससुराल विदा किया एवं सफल दाम्पत्य जीवन का आशीर्वाद दिया. मौके पर विधायक ने विद्युत विभाग के जीएम से बात की एवं आवश्यक प्रक्रिया पूरी करते हुए मृतक के परिजन को अविलंब सरकारी मुआवजा उपलब्ध कराने को कहा. विधायक ने जीएम से यह भी कहा कि क्षेत्र में सभी जगहों पर विद्युत लाइन की जांच करवाकर विद्युत तारों से सटे पेड़ों की डालियों को कटवाकर उसे अलग कराया जाए, ताकि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो सके.

इधर, घटना की जानकारी पाकर स्थानीय मुखिया पति रामकिशुन महतो, पंसस पति सनातन महतो, उपमुखिया भीम प्रसाद महतो, पूर्व मुखिया अमरलाल महतो, समाजसेवी दिलीप महतो, संदीप कुमार महतो, डॉ अखिलेश्वर महतो आदि भी पहुंचे. रामकिशुन महतो ने मृतक के परिजन को अपनी ओर से आर्थिक मदद भी की.

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