बोकारो. बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन की ओर से ठेका में काम करने वाले स्थानीय मूल वासियों को शुगर, ब्लड प्रेशर के नाम पर काम से निकालने व संविदाओं में स्थानीय को 75% नियोजन नहीं देना कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. ये बातें मंगलवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी ने की. वह बोकारो परिसदन में मोर्चा की बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अविलंब रोक नहीं लगी और 75% की नीति लागू नहीं की, तो बोकारो स्टील प्लांट की आर्थिक नाकेबंदी की जायेगी. जिला सचिव जयनारायण महतो ने कहा कि यह बीएसएल प्रबंधन की विस्थापित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है. बोकारो महानगर अध्यक्ष मंटू यादव ने प्रबंधन मेडिकल जांच का बहाना बनाकर ठेका मजदूर को काम से निकाल रहे है, यह बहुत गलत है. केंद्रीय सदस्य बीके चौधरी ने कहा कि सेल सहित कहीं भी इस तरह का नियम नहीं है तो फिर बोकरो स्टील मे क्यों?. वहीं, 26 जून को उपायुक्त बोकारो से मिलकर विरोध ज्ञापन देना का निर्णय लिया गया. साथ ही 27 जून को पार्टी अध्यक्ष शिबू सोरेन व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से भी मिलकर ज्ञापन दिया जायेगा. इसके बाद उग्र आंदोलन का घोषित किया जायेगा. मौके पर हसन इमाम अंसारी, कलाम अंसारी, फिरदौस अंसारी, मनोज हेंब्रम, मिथुन मंडल, बीरबल किस्कू, अजय हेंब्रम, उदय गोस्वामी, लालमोहन हेंब्रम, बिनोद महतो, प्रदीप सोरेन, शांति सोरेन, एकता देवी, धनेश तूरी, बीरबल हसदा, अशोक हेंब्रम, पप्पू सरदार, सुनील रजवार आदि मौजूद थे.
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