बंगाल के जंगलों से होकर भस्की पहुंची आग की लपटें

ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही इसे रोकने या बुझाने का प्रयास नहीं हुआ, तो सीमावर्ती गांवों के जंगलों को भी अपनी चपेट में ले लेगी

By Prabhat Khabar News Desk | April 16, 2024 10:59 PM

कसमार. जरीडीह प्रखंड के भस्की जंगल में सोमवार की शाम को आग लग गयी. कुछ घंटों में ही आग की लपटें जंगल में काफी दूर तक फैल गयी. ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही इसे रोकने या बुझाने का प्रयास नहीं हुआ, तो सीमावर्ती गांवों के जंगलों को भी अपनी चपेट में ले लेगी. हालांकि मंगलवार की शाम तक आज को बुझाने के लिए किसी स्तर से कोई पहल नहीं हुई है. इसके परिणामतः आग तेजी से जंगल में फैल रही है. पेड़,पौधों एवं वन्य प्राणियों की भारी क्षति हो रही है. ग्रामीणों के अनुसार सीमावर्ती बंगाल के जंगल से फैलते हुए यह आग भस्की के जंगल तक पहुंची है. ग्रामीणों को मानना है कि बंगाल के जंगल में किसी ने आग लगायी होगी. उसी का प्रसार आसपास के जंगलों में भी हो रहा है. जंगल में भारी मात्रा में सूखे हुए पत्ते तथा सूखे हुए बांस आदि पड़े हुए हैं. यही कारण है कि आग बड़ी तेजी से जंगल में फैल रही है. पूर्व मुखिया सुनीता देवी ने कहा कि सोमवार की शाम को ग्रामीणों ने अचानक भस्की के जंगल में आज की लपटें उठती देखी देखी. आग की लपटें इतनी तेज है कि ग्रामीण बुझाने के लिए जंगल में जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, वन विभाग में भी कोई प्रयास शुरू नहीं किया है.

आग बुझाने को प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था करे सरकार

इधर, भस्की पंचायत के रोरिया निवासी रथूराम महतो एवं लिपू के सुरेंद्र महतो ने कहा कि अगर आग को नहीं रोका गया तो वह सीमावर्ती रोरिया व लिपू के जंगल को भी अपनी चपेट में लेकर भारी नुकसान पहुंचा सकती है. श्री महतो ने कहा कि सरकार के स्तर से आपको बुझाने के लिए किसी तरह का प्रोत्साहन राशि उपलब्ध नहीं करने के कारण भी ग्रामीण आग को बुझाने के लिए दिलचस्पी नहीं लेते हैं. उन्होंने बताया कि कुछ वर्षों पहले जंगल में लगी आग को बुझाने के लिए प्रत्येक वन सुरक्षा समिति को राशि आवंटित की जाती थी. उसके परिणामतः उसे समय जंगल में आग काफी कम लगती थी. श्री महतो ने कहा कि जंगली हाथियों को भगाने के लिए गठित हाथी भगाओ दल की तरह जंगल में आग बुझाने के लिए भी सरकार को टीम बनानी चाहिए, तभी इस रोका जा सकता है.

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