खाद्य असुरक्षा व अल्पपोषण टीबी का प्रमुख कारक : डॉ. शेख
इएसएल : संयंत्र के पास रहने वाले 100 तपेदिक रोगियों के लिए पोषण सहायता किट कार्यक्रम शुरू
बोकारो. इएसएल स्टील लिमिटेड की ओर से प्रोजेक्ट आरोग्य के तहत सियालजोरी में इएसएल स्टील लिमिटेड के संयंत्र के पास रहने वाले 100 तपेदिक रोगियों के लिए पोषण सहायता किट कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिसका मासिक लागत प्रति व्यक्ति 800 रुपये है. धनडाबर स्थित इएसएल स्टील लिमिटेड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आयोजित प्रोजेक्ट आरोग्य कार्यक्रम में लाभार्थियों को संबोधित करते हुए डॉ. शेख मोहम्मद जफरुल्लाह जिला क्षय रोग अधिकारी बोकारो ने कहा कि गरीबी, खाद्य असुरक्षा, अल्पपोषण व भीड़-भाड़ तपेदिक (टीबी) के प्रमुख कारक हैं. भारत में कुपोषण इसका प्रमुख कारण है.
डॉ जफरुल्लाह ने कहा कि सरकार की ओर से राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीइपी) के तहत एक प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना है, जिसने मरीजों के खाते में एनपीवाइ योजना के तहत प्रति माह 500 रुपये डीबीटी के माध्यम से भेजे जायेंगे. धनडाबर स्थित इएसएल स्टील लिमिटेड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कार्यक्रम में जिला पीपीएम नितिन कुमार सिंह व सीएचसी चंदनकियारी के कार्यक्रम में एमओआइसी चंदनकियारी डॉ. तृप्ति पांडे भी उपस्थित थीं. इएसएल स्टील लिमिटेड के सीएसआर उप प्रमुख राकेश कुमार मिश्रा कार्यक्रम में उपस्थित थेछह महीने का पोषण सहायता कार्यक्रम
कार्यक्रम के माध्यम से इएसएल मरीजों को 1.5 किलोग्राम काला चना, तीन किलो चने की दाल, एक लीटर सरसों का तेल, एक किलो मूंगफली व एक किलो गुड़ प्रदान करेगा. यह सहायता चास और चंदनकियारी ब्लॉकों के गांवों के 100 मरीजों तक हर महीने दी जायेगी. छह महीने का पोषण सहायता कार्यक्रम है. पहले चरण में मरीजों को एक बार में दो महीने की पोषण सहायता किट दी गयी है. शेष चार माह की किट अगले माह से अगले चार माह तक दी जायेगी. आशीष रंजन-प्रमुख, सीएसआर, इआर और पीआर इएसएल ने कहा कि सेवा परियोजना आरोग्य के माध्यम से तपेदिक रोगियों के लिए एक समर्पित पोषण सहायता पहल के साथ देश के तपेदिक उन्मूलन कार्यक्रम का समर्थन करने का निर्णय कंपनी ने लिया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है