बोकारो. सर्पदंश की शिकार एक बच्ची की गोमिया स्वास्थ्य केंद्र पर स्वास्थ्य सहायता नहीं मिलने से हुई मौत के मामले में जांच टीम की रिपोर्ट में चिकित्सक दंपती को दोषी माना गया है. रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने दोनों पर कार्रवाई शुरू कर दी है. चिकित्सक दंपती डॉ चंचला व डॉ जितेंद्र कुमार के खिलाफ प्रपत्र ‘क’ गठित किया गया है. साथ ही, दोनों को सुदूरवर्ती जिले में स्थानांतरित करने के लिए सरकार को लिखा गया है. फिलहाल डॉ चंचला का स्थानांतरण गोमिया से चंदनकियारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कर दिया गया है. वहीं एएनएम कुमकुम कुमारी को तेनुघाट अनुमंडलीय अस्पताल व जीएनएम बहालेन मानकी को उप स्वास्थ्य केंद्र डुमरी भेजा गया है. बताते चलें कि 29 मई को सर्पदंश की शिकार बच्ची की इलाज में लापरवाही के कारण मौत के मामले में बोकारो डीसी विजया जाधव ने संज्ञान लिया था. बेरमो एसडीओ अशोक कुमार से पूरे मामले की जांच करायी थी.
जानें क्या है पूरा मामला
गोमिया प्रखंड के महुआटांड़ थाना अंतर्गत बड़की पुन्नू निवासी जीतन साव की नौ वर्षीया पुत्री प्रिया कुमारी को 29 मई को सांप ने काट लिया था. उसे इलाज के लिए गोमिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में चिकित्सक के नहीं रहने के कारण बच्ची का इलाज नहीं हो पाया. बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाने में देरी होने के कारण उसकी मौत हो गयी. आरोप है कि स्वास्थ्य सेवा मिलने में काफी देरी हुई. चिकित्सक व स्वास्थ्यकर्मियों की लापरवाही है. मामले का डीसी ने संज्ञान लिया. बेरमो एसडीओ से पूरे मामले की जांच करायी. जांच में मामला लापरवाही का निकला.
तत्काल सभी का स्थानांतरण कर दिया गया है : सिविल सर्जन
बोकारो के सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग ने एक जांच टीम गठित की थी. जांच में पता चला है कि जब सर्पदंश से पीड़ित बच्ची अस्पताल पहुंची, तो उस समय डॉ चंचला अनुपस्थित थीं. एएनएम कुमकुम कुमारी व जीएनएम बहालेन मानकी भी दोषी मिली हैं. तत्काल सभी का स्थानांतरण कर दिया गया है.
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