झारखंड के पूर्व मंत्री लालचंद महतो ने हेमंत सरकार को घेरा, बोले- विकास का नहीं है विजन, जमीनी स्तर पर ठप पड़े हैं कार्य
Jharkhand News (बेरमो, बोकारो) : झारखंड के पूर्व मंत्री लालचंद महतो ने हेमंत सरकार पर हमला बोला है. कहा कि हेमंत सरकार के पास विकास का कोई विजन नहीं है. जमीनी स्तर पर सारे सरकारी कामकाज ठप पड़े हैं. डीसी कार्यालय से लेकर अंचल व प्रखंड कार्यालय में किसी तरह का काम नहीं हो रहा है. आम जनता के सवाल व समस्या के निपटारा के लिए नीचले स्तर पर प्रशासन कार्यरत नहीं है. सरकार विकास के मामले में पूरी तरह फेल है. श्री महतो शुक्रवार को प्रभात खबर के बेरमो कार्यालय में विशेष बातचीत में कही.
Jharkhand News (बेरमो, बोकारो) : झारखंड के पूर्व मंत्री लालचंद महतो ने हेमंत सरकार पर हमला बोला है. कहा कि हेमंत सरकार के पास विकास का कोई विजन नहीं है. जमीनी स्तर पर सारे सरकारी कामकाज ठप पड़े हैं. डीसी कार्यालय से लेकर अंचल व प्रखंड कार्यालय में किसी तरह का काम नहीं हो रहा है. आम जनता के सवाल व समस्या के निपटारा के लिए नीचले स्तर पर प्रशासन कार्यरत नहीं है. सरकार विकास के मामले में पूरी तरह फेल है. श्री महतो शुक्रवार को प्रभात खबर के बेरमो कार्यालय में विशेष बातचीत में कही.
पूर्व मंत्री श्री महतो ने कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहन के नाम पर सरकार ने गत तीन माह से सारे कार्यालय को ठप करके रखा है. बतौर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भूमिका कहीं से भी जनहित में नहीं दिख रही है. वहीं, जमीनी स्तर पर राज्य के अधिकारियों को जो कार्य में लगना चाहिए था वह किसी भी स्तर पर नहीं दिख रहा है. राज्य के लोग त्राहिमाम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि सीएम हेमंत सोरेन ने विधानसभा चुनाव के वक्त जितने भी वायदे व घोषणाएं की थी उसे आजतक धरातल पर उतारने की दिशा में किसी तरह का प्रयास नहीं किया जा रहा है. चाहे स्थानीयता का सवाल हो या फिर गैर मजरुआ जमीन की बदोबस्ती का. पूर्व की रघुवर सरकार ने गैर मजरुआ जमीन की बंदोबस्ती को रद्द कर दिया गया था. इसी प्रकार पिछडों को जनसंख्या के अनुरूप आरक्षण बढ़ाने के वायदे को भी सरकार ने ठंडे बस्ते में डाल दिया.
पूर्व मंत्री श्री महतो ने राज्य के मुखिया से प्रशासन को सक्रिय करने के लिए अधिकारियों पर अपने स्तर से दबाव बनाये जाने की मांग की है. कहा कि अधिकारियों की सक्रियता से ही जिला से लेकर प्रखंड व अंचल तक कार्यों का अनुपालन होता है, जिसका वर्तमान समय में राज्य में अभाव दिख रहा है. कोरोना संक्रमण के नाम पर अधिकारियों ने तो अपने कार्यालय में ही बैठना बंद कर दिया है. सरकार के मंत्रीमंडल में शामिल अधिकांश मंत्रियों का भी कामकाज कहीं से भी राज्यहित व जनहित में नहीं दिख रहा है.
Posted By : Samir Ranjan.