Jharkhand news: राजकीय सम्मान के साथ पूर्व विधायक शिवा महतो का हुआ अंतिम संस्कार,कई राजनेताओं ने की शिरकत
jharkhand news: शेर-ए-झारखंड सह पूर्व विधायक शिवा महतो का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ. इस मौके पर मंत्री समेत कई विधायक और पूर्व विधायकों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया. इस दौरान क्षेत्र के लोगों की आंखें नम थी. सोमवार को शिवा महतो का निधन हो गया था.
Jharkhand news: डुमरी के पूर्व विधायक शिवा महतो का अंतिम संस्कार मंगलवार को उनके पैतृक निवास चंद्रपुरा प्रखंड के सिजूआ पंचायत स्थित सिजूआ बस्ती स्थित शिवा महतो हाई स्कूल प्रांगण में राजकीय सम्मान के साथ किया गया. जिला प्रशासन की ओर से हवाई फायरिंग कर सलामी दी गयी. सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, सरकार के सचेतक सह टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, आजसु सुप्रीमो सह सिल्ली विधायक सुदेश महतो, गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो, पूर्व मंत्री सह मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल, सिल्ली के पूर्व विधायक अमित महतो, पूर्व विधायक आनंद महतो सहित कई लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया. वहीं, मुखाग्नि जेष्ठ पुत्र पूरन महतो ने दी, जबकि पुत्र कार्तिक महतो, कनष्ठि पुत्र राजू महतो और राजकुमार महतो ने अंतिम संस्कार की सारी प्रक्रिया पूरी की. इस दौरान पूर्व विधायक स्वर्गीय शिवा महतो के पुत्रियों समेत हजारों की संख्या में महिला एवं पुरुष भी शामिल हुए.
शिवा महतो मेरे राजनीतिक गुरु थे : जगरनाथ महतोराजय के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि शिवा महतो मेरे राजनीतिक गुरु थे. इनकेे निधन से झारखंड ने एक मजबूत स्तंभ खो दिया. वे प्रखर आंदोलनकारी एवं नेतृत्वकता थे. इनके जानेे से झारखंड में जो राजनीतिक सामाजिक नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई भवष्यि में कोई नहीं कर सकता है. शिवा महतो का कहना था कि बिना झारखंड अलग राज्य के मैं मर नहीं सकता हूं.
आजसू पार्टी सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि झारखंड ने अपने राजनीतिक पुरोधा को खो दिया. उन्होंने अपने हक- अधिकार एवं शोषण मुक्त अलग झारखंड राज्य निर्माण के लिए आंदोलन का रुख अख्तियार करने का प्रेरणा दिया. शिवा महतो जी को एक लंबे राजनीतिक अनुभव के साथ-साथ एक लंबे आंदोलन का अनुभव था. इनके नहीं होने से झारखंड वासियों को इनकी काफी कमी महसूस होगी. शिवा महतो झारखंड के प्रणेता नेता थे. झारखंड अलग राज्य निर्माण में इनकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण थी. इन्होंने गांव गांव हर घर जाकर झारखंड अलग राज के लिए झारखंड वासियों को जगाने का काम किया, वही लोगों को माफिया और सूदखोरों के चंगुल से आजाद कराने का काम किया.
झामुमो नेता काशीनाथ केवट ने कहा कि झारखंड आंदोलन में वे शेरे शिवा महतो के नाम से सर्वाधिक लोकप्रिय हुए थे. झारखंड अलग राज्य आंदोलन के इतिहास में शिवा महतो का प्रेरणादायी नेतृत्व और कृतियां स्वर्णाक्षरों में लिखी जायेगी. उन्होंने कहा कि 70 के दशक में शिवा महतो जेल के भीतर से ही मुखिया का चुनाव लड़कर जीते थे. फिर वे कोलियरियों में माफिया ताकतों के खिलाफ जबरदस्त आंदोलन चलाकर उनके दांत खट्टे किये थे. अलग राज्य आंदोलन में उन्होंने विनोद बिहारी महतो, एके रॉय एवं शिबू सोरेन के साथ अग्रणी भूमिका निभाये.
झारखंड एक सच्चा सिपाही खो दिया : जेपी पटेलमांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल ने कहा कि शिवा महतो के निधन से झारखंड की राजनीति में शून्यता आ गयी है. झारखंड एक सच्चा सिपाही खो दिया है. शिवा महतो की देन है कि झारखंड आंदोलन ने मुकाम पाया. कहा कि टेकलाल महतो, शिवा महतो एवं आनंद महतो की जोड़ी बिहार विधानसभा में गूंजती थी. झारखंड आंदोलन को लेकर हमेशा मुखर रहे हैं. आज का दिन झारखंड वासियों के लिए बहुत ही बड़ा दुख का दिन है.
झारखंड आंदोलन में पुलिसिया दमन के खिलाफ जन आदोलन छेड़ा था : मथुरा महतोविधायक मथुरा महतो ने कहा किसी भी ग्रामीण क्षेत्र में जाकर शेरे शिवा महतो जी लोगों में जोश भर देते थे. उनका भाषण सुनने के लिए लोग दूर-दराज से आते थे. इनको देखने के लिए लोग लालायित रहते थे. झारखंड आंदोलन में पुलिसिया दमन के खिलाफ भी व्यापक जन आंदोलन छेड़ा था. झारखंड कॉमर्स कॉलेज की स्थापना कर उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया था, जहां आज भी लोग काफी संख्या में शिक्षित हो रहे हैं. झारखंड का बहुत बड़ा अहित हुआ है जिसका निकट भविष्य में भरपाई संभव नहीं है.
Posted By: Samir Ranjan.