गिरिडीह लोकसभा सीट : रिकाॅर्ड टूटेगा, बनेगा या लगेगा चौका
गिरिडीह लोकसभा सीट : रिकाॅर्ड टूटेगा, बनेगा या लगेगा चौका
बेरमो. गिरिडीह लोकसभा सीट पर शनिवार को हुए चुनाव के बाद चौक-चौराहों के अलावा प्रत्याशियों के समर्थक हार-जीत के जोड़-घटाव में लग गये हैं. चर्चा जोरों पर है कि क्या एनडीए प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी गिरिडीह सीट पर लगातार दो बार जीतने का रिकाॅर्ड तोड़ पायेंगे या फिर कोई चौकाने वाला रिजल्ट सामने आयेगा. मालूम हो कि वर्ष 1957 से लेकर 2019 तक के चुनावों में यहां से भाजपा के रवींद्र कुमार पांडेय को छोड़ कर कोई भी लगातार दो बार सांसद नहीं बन सका है. श्री पांडेय वर्ष 1996, 1998 और 1999 में यहां से जीत दर्ज कर रिकाॅर्ड बनाया था. दो बार सांसद मजदूर नेता रामदास सिंह भी रहे, लेकिन लगातार नहीं रहे. एक बार 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर तथा दूसरी बार 1989 में भाजपा के टिकट पर सांसद बने थे. कांग्रेस के इम्तियाज अहमद, चपलेंदू भट्टाचार्य, बिंदेश्वरी दुबे व डॉ सरफराज अहमद एक-एक बार जीते हैं. झामुमो के बिनोद बिहारी महतो, राजकिशोर महतो तथा टेकलाल महतो ने भी एक-एक बार ही चुनाव जीता. वहीं, अगर इंडिया गठबंधन प्रत्याशी मथुरा प्रसाद महतो की जीत होती है तो इस सीट पर झामुमो की चौथी जीत होगी. झामुमो इसके पूर्व 1991 (स्व बिनोद बिहारी महतो), 1992 (स्व राजकिशोर महतो) , 2004 (स्व टेकलाल महतो) का चुनाव जीत चुकी है. इन सबसे इतर अगर परिणाम जयराम महतो के पक्ष में गया तो गिरिडीह सीट पर पहली बार किसी निर्दलीय प्रत्याशी की जीत दर्ज होगी.
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