बोकारो. बीएसएल की उत्पादन क्षमता को और बेहतर बनाने में सहयोग करना ही सीआइएसएफ यूनिट का लक्ष्य है. हर वक्त बीएसएल की बेहतरी के लिए काम करते हैं. बीएसएल की सुरक्षा व्यवस्था पर खास नजर है. पूरी यूनिट संयंत्र की सुरक्षा में मुस्तैद है. हमारा एक ही लक्ष्य बोकारो के साथ-साथ देश का विकास है. उसी सिद्धांत पर कार्य किया जा रहा है. ये बातें सोमवार को सीआइएसएफ यूनिट नयामोड़ स्थित कार्यालय में 22 वें डीआइजी दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से कही. श्री सिंह ने 22 वें सीआइएसएफ डीआइजी के रूप में बोकारो में 18 जून को योगदान दिया है. श्री सिंह ने कहा कि मानव होने के नाते प्रकृति की रक्षा करना भी हमारा धर्म है. बदलते मौसम से हमसभी प्रभावित है. इसका असर लगातार पर्यावरण पर पड़ रहा है. पर्यावरण की खास्ता हालत हमारी आनेवाली पीढ़ी को भुगतनी होगी. हमें पौधरोपण पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. प्लास्टिक के पौधे की जगह हम गमले में घरों व बाहर में आक्सीजन देनेवाले पौधों को लगाना चाहिए. साथ ही साथ प्लास्टिक से समाज को बचाने की जरूरत है. पशुओं के लिए प्लास्टिक जहर है. श्री सिंह ने कहा कि उस प्लास्टिक रूपी जहर का प्रभाव मानव जीवन पर स्पष्ट रूप से पड़ रहा है. इसे समझने की जरूरत है. मुहिम चलाकर प्रकृति के साथ आमलोगों को जोड़े. प्लास्टिक से नाता तोड़ने का संकल्प लेकर आगे बढ़ें. जब समाज स्वस्थ रहेगा. मानव जीवन पर पर्यावरण के अनुरूप ही प्रभाव पड़ेगा. हमारा हर कदम प्रकृति से जुड़ा है. प्रकृति से जितना लेते है. उस अनुरूप देने की क्षमता बनाये रखने की जरूरत है. मौके पर बोकारो यूनिट के कमांडेंट रवींद्र कुमार मील, डिप्टी कमांडेंट सीआइएसएफ क्राइम ब्रांच अनुपम त्रिपाठी, इंस्पेक्टर राजेश कुमार, इंस्पेक्टर मनोज कुमार तिवारी आदि मौजूद थे.
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