दीपक सवाल, कसमार.
गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो पिछले दो दिनों से बिना सुरक्षाकर्मी के घूम रहे हैं. उनके आवास में भी कोई सुरक्षा व्यवस्था नहीं है. विधायक ने बोकारो एसपी पर उनकी सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. विधायक ने मंगलवार को राज्य के डीजीपी से इस बाबत शिकायत भी की है. विधायक के अनुसार, डीजीपी ने मामले को गंभीर बताते हुए इस पर संज्ञान लेने की बात कही है. हालांकि, डीजीपी से बातचीत के लगभग 24 घंटा बीत जाने के बावजूद विधायक को कोई सुरक्षाकर्मी उपलब्ध नहीं हो पाया है. गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो को तीन बॉडीगार्ड (अजित महतो, वीरेंद्र नाथ महतो व लखन रजवार) उपलब्ध कराए गए थे. मंगलवार को एक साथ तीनों बॉडीगार्ड को ट्रेनिंग पर भेज दिया गया है.नक्सलियों के निशाने पर रहे हैं डॉ लंबोदर :
गोमिया विधानसभा नक्सल प्रभावित क्षेत्र है. झुमरा पहाड़, हिसीम पहाड़ समेत इसके कई क्षेत्रों में नक्सलियों का गहरा प्रभाव रहा है और आज भी है. विधायक नक्सलियों के निशाने पर भी रहे हैं. 2008 में कसमार प्रखंड के पाड़ी गांव स्थित डॉ लंबोदर के आवास पर करीब डेढ़ सौ नक्सलियों ने हमला कर इनके मंझले भाई हरि कुमार देव, भतीजा रूपेश कुमार महतो व देवलाल महतो को अगवा कर लिया था. काफी मशक्कत के बाद तीनों को नक्सलियों के चंगुल से छुड़ाकर लाने में सफलता मिली थी. इसी तरह 9 जनवरी 2023 की रात को पेटरवार स्थित आवास पर विधायक पर अज्ञात अपराधियों या नक्सलियों ने जानलेवा हमला कर दिया था. ऐसी परिस्थिति में विधायक के बिना सुरक्षाकर्मी के क्षेत्र में भ्रमण करने और सुरक्षाकर्मी उपलब्ध नहीं कराए जाने से क्षेत्र की जनता व उनके समर्थक चिंतित हैं.कोई अनहोनी हुई तो राज्य सरकार व बोकारो पुलिस होंगे जिम्मेदार : लंबोदरविधायक डॉ लंबोदर ने कहा कि विधायकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य सरकार व जिला पुलिस-प्रशासन की है. गोमिया नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण बिना बॉडीगार्ड के घूमने में कई तरह के खतरे हैं, पर वह क्षेत्र की जनता व विकास योजनाओं को सरजमीं पर उतारने के प्रति जवाबदेह हैं. इसलिए सुरक्षा के नाम पर वह क्षेत्र भ्रमण का अपना कोई कार्यक्रम स्थगित नहीं कर सकते. कोई अनहोनी होती है तो राज्य सरकार व बोकारो पुलिस जिम्मेदार होगी.
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