Bokaro Steel के 200 दिव्यांग कर्मियों के लिए खुशखबरी, अब मिलेगा बढ़ा हुआ लोकल ट्रांसपोर्ट अलाउंस, ग्रेच्यूटी के नियम भी बदले
Good News, Bokaro Steel Limited, SAIL, Local Transport Allowance, Gratuity Rule, Disabled Staffs: बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के लगभग 200 दिव्यांग कर्मियों के लिए खुशखबरी है. अब इन लोगों को बढ़ा हुआ लोकल ट्रांसपोर्ट अलाउंस (एलटीए) मिलेगा. बीएसएल सहित सेल में 746 दिव्यांग कर्मी कार्यरत हैं. इनमें 134 अधिकारी व 612 कर्मी हैं. एलटीए बढ़ने के बाद बीएसएल-सेल (BSL-SAIL) के दिव्यांग कर्मियों को प्रतिवर्ष 2400 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा.
बोकारो (सुनील तिवारी) : बोकारो स्टील प्लांट (Bokaro Steel Plant) के लगभग 200 दिव्यांग कर्मियों के लिए खुशखबरी है. अब इन लोगों को बढ़ा हुआ लोकल ट्रांसपोर्ट अलाउंस (एलटीए) मिलेगा. बीएसएल सहित सेल में 746 दिव्यांग कर्मी कार्यरत हैं. इनमें 134 अधिकारी व 612 कर्मी हैं. एलटीए बढ़ने के बाद बीएसएल-सेल (BSL-SAIL) के दिव्यांग कर्मियों को प्रतिवर्ष 2400 रुपये का अतिरिक्त लाभ मिलेगा.
दिव्यांग कर्मी को अब सामान्य कर्मियों की तुलना में 1000 रुपये की बजाय दैनिक उपस्थिति के आधार पर 48 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से मिलेगा. मतलब, बीएसएल-सेल के नि:शक्त कर्मियों को अब एलटीए मिलेगा. इसको लेकर बीएसएल के 200 सहित सेल के 746 दिव्यांग कर्मी उत्साहित हैं.
उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष केंद्र ने कार्मिकों के ग्रेच्यूटी के प्रावधानों में कई तरह के बदलाव किये हैं. इसके बाद सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियां भी अपने कार्मिकों के ग्रेच्यूटी प्रावधानों में बदलाव कर रही है. सेल ने भी ग्रेच्यूटी के प्रावधानों में बदलाव किये हैं, जिन्हें 1 नवंबर से लागू किया गया है.
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ग्रेच्यूटी के नये प्रावधान में नि:शक्त कर्मियों का भी पूरा ध्यान रखा गया है. कर्मियों को 48 रुपये प्रति हाजिरी के हिसाब से एलटीए भुगतान किया किया जायेगा. हालांकि, यह सुविधा उनकी कर्मियों के लिए होगी, जो पहले से फ्यूल अलाउंस नहीं ले रहे हैं. इसे लेकर सेल प्रबंधन ने अलग से प्रावधान किया है.
अब 5 साल की सर्विस पर ग्रेच्यूटी
अब बीएसएल में 5 वर्ष की सर्विस होने पर अधिकारी-कर्मचारियों को ग्रेच्यूटी का लाभ मिलना शुरू हो जायेगा. पहले 7 वर्ष की सर्विस के बाद कार्मिकों को ग्रेच्यूटी का लाभ देने का प्रावधान था. अब ट्रेनिंग पीरियड को भी ग्रेच्यूटी की गणना करते समय जोड़ा जायेगा.
ग्रेच्यूटी के नये प्रावधान के मुताबिक, ज्वाइनिंग के एक साल के भीतर कर्मी की मौत हो जाती है, तो उसे दो महीने का बेसिक व डीए बतौर ग्रेच्यूटी भुगतान किया जायेगा. अब कर्मी की ज्वाइनिंग के 5 साल के भीतर मौत होने पर छह महीने का डीए, बेसिक व पांच साल से अधिक सर्विस होने के बाद मृत्यु पर एक साल का बेसिक डीए जोड़कर गणना होगी.
क्या है ग्रेच्यूटी? कर्मियों के लिए क्यों जरूरी?
कार्मिक के रिटायर होने पर प्रबंधन की ओर से लाभ के रूप में ग्रेच्यूटी का भी भुगतान किया जाता है. 30 वर्ष की सर्विस पीरियड पूरा करने पर रात-दिन के हिसाब से और उससे अधिक सर्विस होने पर एक महीने के लिए बेसिक के हिसाब से ग्रेच्यूटी की गणना की जाती है. यह अधिकारियों व कर्मचारियों के हितों से जुड़ा जरूरी विषय है. इसलिए इसके प्रति वे गंभीर हैं.
उधर, केंद्र सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को फेस्टिवल एडवांस के रूप में 10 हजार रुपये देने की घोषणा कर रखी है. बोनस की बैठक में सेल के चेयरमैन अनिल कुमार चौधरी ने कहा था कि सेल भी फेस्टिवल एडवांस देगा. लेकिन, इसका आदेश अब तक जारी नहीं हुआ है.
Posted By : Mithilesh Jha
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