Good News, Chennai, Jharkhand Education Minister Jagarnath Mahto: रांची : नवरात्रि के सातवें दिन जब पूरे देश में मां कालरात्रि की पूजा हो रही थी, चेन्नई के एमजीएम सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल से झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के लिए अच्छी खबर आयी. एमजीएम के डॉक्टर ने कहा कि जगरनाथ महतो की हालत स्थिर है. चिंता की कोई बात नहीं है. उनके फेफड़े को काफी नुकसान पहुंच चुका है, इसलिए उन्हें ठीक होने में अभी वक्त लगेगा, लेकिन अब चिंता करने या घबराने की जरूरत नहीं है.
शिक्षा मंत्री के मुख्य सुरक्षा पदाधिकारी सुधीर कुमार अस्पताल के डॉक्टरों के लगातार संपर्क में हैं. तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई स्थित एमजीएम सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के इंस्टीट्यूट ऑफ हर्ट एंड लंग ट्रांसप्लांट एंड मेकेनिकल सर्कुलेटरी सपोर्ट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ मुरली कृष्णा टी का कहना है कि झारखंड के शिक्षा मंत्री की सेहत को लेकर अब चिंता करने की कोई बात नहीं है. उनके दवा की डोज को धीरे-धीरे कम किया जा रहा है.
डॉ मुरली कृष्णा कहते हैं कि चूंकि फेफड़े में संक्रमण काफी फैल गया था और उसे काफी नुकसान हो चुका है, इसलिए शिक्षा मंत्री को पूरी तरह से ठीक होने में थोड़ा वक्त लगेगा. लेकिन, जिस तरह से दवा उन पर असर कर रहा है, वह बेहद सकारात्मक है. दवा ने तेजी से असर किया है. इसलिए उन्हें दी जाने वाली एंटीबायोटिक की डोज कम कर दी गयी है. झारखंड के शिक्षा मंत्री को अब नींद की दवा देने की जरूरत नहीं पड़ रही.
उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्री फिलहाल एकमो मशीन पर ही हैं. जब तक उनका फेफड़ा काम करना शुरू नहीं कर देता, उन्हें एकमो मशीन पर ही रखा जायेगा. झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेता और डुमरी के विधायक श्री महतो के समर्थकों को जब यह खबर मिली, तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा. ज्ञात हो कि जब से शिक्षा मंत्री बीमार पड़े हैं, उनके समर्थक और शुभचिंतक लगातार झारखंड के अलग-अलग कोने में स्थित मंदिरों में उनकी सलामती के लिए दुआ कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से लेकर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल पत्रलेख लगातार उनकी सेहत को लेकर चिंतित थे. बेहतर इलाज के लिए मुख्यमंत्री की पहल पर ही उन्हें चेन्नई भेजा गया. चेन्नई से अच्छी खबर आयी, तो सभी ने राहत की सांस ली है. यहां बताना प्रासंगिक होगा कि 28 सितंबर, 2020 को शिक्षा मंत्री में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि हुई थी. उन्हें रांची के रिम्स के कोविड केयर सेंटर में भर्ती कराया गया.
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शिक्षा मंत्री को एक अक्टूबर, 2020 को सांस लेने में दिक्कत होने लगी, तो उन्हें मेडिका हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दिया गया. यहां 19 दिन तक उनकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ. धीरे-धीरे उनकी हालत बिगड़ती गयी, तो पहले हाइ-फ्लो ऑक्सीजन से वेंटिलेटर पर और फिर चेन्नई से आयी डॉक्टरों की टीम की सलाह पर एकमो मशीन पर रखा गया. बाद में एकमो मशीन के साथ गहरी नींद की दवा देकर उन्हें एयर एंबुलेंस से चेन्नई ले जाया गया था.
Posted By : Mithilesh Jha