Good News: ललपनिया (बोकारो), नागेश्वर: मध्य अफ्रीका के कैमरून में फंसे झारखंड के 27 प्रवासी मजदूर 21 जुलाई को यानी आज भारत लौटेंगे. उनकी मजदूरी का भुगतान कर दिया गया है. रविवार को उनकी वतन वापसी होगी. मजदूरों ने पिछले दिनों वीडियो संदेश जारी कर केंद्र व राज्य सरकार से सुरक्षित वतन वापसी की गुहार लगायी थी. राज्य सरकार ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार से आग्रह किया था.
प्रवासी मजदूरों ने वीडियो जारी कर मांगी थी मदद
चार माह से मजदूरी नहीं मिलने के कारण खाने-पीने में परेशानी हो रही थी. कामगारों ने वीडियो संदेश जारी किया था. सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद झारखंड व भारत सरकार हरकत में आयी. इस सिलसिले में प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने केंद्र और राज्य सरकार से मजदूरों की सकुशल वतन वापसी के लिए पहल करने की मांग की थी.
ऐसे बनी बात
भारतीय दूतावास में बकाया मजदूरी और वतन वापसी को लेकर संबंधित कंपनी और मजदूरों के बीच वार्ता हुई थी और इसका निष्पादन विनायक कंपनी तथा एल एंड टी कंपनी की मध्यस्थता के कारण सफल हो पायी और चार माह का बकाया मजदूरी भुगतान के साथ वतन वापसी का रास्ता साफ हो गया.
झारखंड के श्रम मंत्री ने भी की थी पहल
झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता द्वारा भी इस मामले में पहल की गयी थी. खबर की सूचना पर प्रवासी मजदूरों के परिवार में खुशी की लहर देखी जा रही है. कैमरून में बोकारो, गिरिडीह, और हजारीबाग जिले के विभिन्न क्षेत्रों के मजदूर हैं.