Good News : बोकारो (सुनील तिवारी) : दिल्ली पब्लिक स्कूल, बोकारो की 11वीं कक्षा की छात्रा काव्या झा का चयन स्पिक मैके (The Society for the Promotion of Indian Classical Music And Culture) की ओर से आयोजित होनेवाले राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए हुआ. डीपीएस, बोकारो झारखंड का एकमात्र स्कूल था, जिसे ऑनलाइन सत्र में झारखंड राज्य का प्रतिनिधित्व करने के लिए चुना गया.
भारतीय शास्त्रीय संगीत व कलाओं के प्रचार-प्रसार में राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त संस्था ‘स्पिक मैके’ (सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ इंडियन क्लासिकल म्यूजिक एंड कल्चर) की ओर से 4 सितंबर 2020 को झारखंड, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, पंजाब व नागालैंड के विभिन्न संस्थानों के लिए ‘भारतीय परंपराओं और संस्कृति के मूल मूल्यों के साथ खुद को एक्सप्लोर करें’ थीम पर एक ऑनलाइन ग्लोबल ओरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित किया गया था.
ऑनलाइन इंटरएक्टिव सत्र में डीपीएस बोकारो के 16 विद्यार्थियों व 2 शिक्षकों ने भाग लिया. सत्र को यूट्यूब पर लाइव प्रसारित किया गया था, जिसका मुख्य आकर्षण शास्त्रीय नृत्य शैली ‘कोडिअट्टम’ में रामायण का चित्रण था. लाइव सत्र में प्रदर्शन के आधार पर काव्या झा का चयन स्पिक मैके की ओर से इस वर्ष के अंत में आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कार्यक्रम में प्रस्तुति देने के लिए किया गया.
Also Read: Coronavirus In Jharkhand LIVE Update : झारखंड में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 56897, 40659 संक्रमित हुए स्वस्थ, 512 की मौतस्पिक मैके एक गैर-राजनीतिक, राष्ट्रव्यापी आंदोलन है, जिसका उद्देश्य भारतीय विरासत के विभिन्न पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाकर व इसमें निहित मूल्यों को याद रखने के लिए युवाओं को प्रेरित करना है. बुधवार को स्कूल के प्राचार्य एएस गंगवार ने चयन के लिये काव्या झा को बधाई दी. उम्मीद जताया कि वह बेहतर प्रदर्शन कर बोकारो सहित झारखंड का नाम रोशन करेगी.
डीपीएस बोकारो के प्राचार्य एएस गंगवार ने कहा कि डीपीएस बोकारो न केवल अपने विद्यार्थियों को सीखने का अवसर और माहौल प्रदान करता है, बल्कि उन्हें अपनी सांस्कृतिक प्रतिभा को प्रदर्शित करने के लिए मंच भी देता है. डीपीएस बोकारो पिछले कुछ वर्षों से स्पिक मैके के साथ जुड़ा हुआ है. यहां नियमित रूप से संगीत व अन्य कलाओं के प्रसिद्ध कलाकारों के लाइव कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं. इससे विद्यार्थियों को देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकारी मिलती है.
Posted By : Guru Swarup Mishra