सरकार के 34 लाख रुपये बेकार, बोकारो में बने सार्वजनिक शौचालय पर एक साल से लटका है ताला, जानें कारण

बोकारो के महुवाटांड़ बाजार में 34 लाख रुपए की लागत से शौचालय का निर्माण हुआ है. एक साल से शौचालय में ताला लटका है. बाजार में काफी लोग खरीदारी करने आते हैं, लेकिन शौचालय बंद रहने के कारण उन्हें कई तरह की समस्याएं झेलनी पड़ती है.

By Jaya Bharti | January 13, 2024 4:26 PM
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गोमिया (बोकारो), नागेश्वर : बोकारो जिला के गोमिया प्रखंड अंतर्गत‌ महुवाटांड़ बाजार में 34 लाख रुपये की लागत से महिला और पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय बनाया गया है. एक साल से ये शौचालय यहां शो-पीस (शोभा की वस्तु) बने हुए हैं. जी हां, बिल्कुल सही पढ़ा आपने. दरअसल, शौचालय का निर्माण हुए एक साल हो गया है, लेकिन आज तक कोई इसका इस्तेमाल नहीं कर सका है. क्योंकि निर्माण के बाद से ही इसके दरवाजे पर ताला लटका है. जानकारी के अनुसार, जिला प्रशासन की ओर से स्वाछता को ध्यान में रखते हुए डीएमएफटी फंड से शौचालय का निर्माण किया गया. सवेंदक ने बताया कि एक साल पहले ही प्राकलन मुताबिक शौचालय का निर्माण पूरा कर लिया गया था, जिसमें पानी की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है.

मुखिया ने कहा- चाबी नहीं है

ग्रामीणों ने कहा कि गांव में शौचालय का निर्माण किया गया, जो स्वागत योग्य है. स्वछता के लिए जिला प्रशासन की ओर से यह एक बेहतर पहल है, लेकिन एक साल से भीड़-भाड़ वाले इलाके में शौचालय का बंद होना, दुखद विषय है. पंचायत के मुखिया बुधनी देवी और पूर्व पंचायत समिति के सदस्य फुलचंद केवट से जब शौचालय बंद रखने का कारण पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि हमारे पास शौचालय की चाबी नहीं है. जानकारी मिली कि संवेदन ने शौचालय के निर्माण के बाद चाबी पूर्व मुखिया को सौंपी थी. पूर्व मुखिया से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया.

क्या कहते है बीडीओ

इधर, शौचालय का संचालन कैसे हो, इस सबंध में गोमिया बीडीओ महादेव कुमार ने कहा कि शौचालय के बंद होने की जानकारी मुझे नहीं है. अगर किसी कारणवश बंद है, तो उसकी जांच कर चालू कराया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा एक दो दिनों के अंतराल में जांच शुरू कर दी जाएगी. बता दें कि बोकारो के महुआटांड़ बाजार में बड़कीपुनू, कुदां, बारीडारी, कडेंर, धवैया आदि पंचायत के ग्रामीणों का आवागमन लगा रहता है. पूर्व प्रमुख गिरधारी महतो, पंचायत समिति सदस्य मदन महतो, सामाजिक कार्यकर्ता आनंद महतो, गुडेमल केवट, किसुन महतो, विनदेश्वर महतो, उमाचरण महतो, आदि ग्रामीणों ने जल्द से जल्द बंद शौचालय को चालू करवाने की मांग बीडीओ से की है.

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