फुसरो. इस भीषण गर्मी के मौसम में बेरमो कोयलांचल में जल संकट शुरू हो गया है. फुसरो नगर परिषद की उदासीनता के कारण शहर की आधी से ज्यादा आबादी अभी तक शहरी जलापूर्ति योजना के लाभ से वंचित है. नगर परिषद कार्यालय में आवेदन देने के बाद भी लोगों को कनेक्शन के लिए दो-तीन महीने इंतजार करना पड़ रहा है. नगर परिषद फुसरो को शहरी जलापूर्ति योजना के तहत क्षेत्र के लगभग 19,423 घरों में पेयजल उपलब्ध कराना है. कनेक्शन के लिए अभी तक पांच हजार 199 लोगों ने आवेदन जमा किया है. इसमें से चार हजार 480 लोगों को ही कनेक्शन दिया गया है. पूरे नगर परिषद क्षेत्र में अभी लगभग 14, 943 लोग इस योजना के लाभ से वंचित हैं.
56.16 करोड़ रुपये खर्च हुए इस योजना पर
47 करोड़ रुपये की फुसरो शहरी जलापूर्ति योजना का शिलान्यास 24 सितंबर 2018 को पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा ऑनलाइन किया गया था. 23 माह में रॉक ड्रिल इंडिया कंपनी द्वारा यह कार्य पूरा किया जाना था. लेकिन पांच साल इस कार्य को करने में लगे गये. 26 अप्रैल 2023 को पूर्व मंत्री स्व जगरनाथ महतो, तत्कालीन फुसरो नप अध्यक्ष राकेश सिंह, उपाध्यक्ष छेदी नोनिया व प्रभारी इओ मनोज कुमार ने योजना का उद्घाटन किया था. अवधि बढ़ने से इस योजना की लागत भी 47 करोड़ से बढ़ कर 56.16 करोड़ हो गयी. योजना के तहत आठ से 21 लाख लीटर क्षमता वाली छह जलमीनारों का निर्माण किया गया है. ढोरी खास में पांच एकड़ जमीन में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बना है. जलमीनारों से अलग-अलग जोन के वार्डों में जलापूर्ति की जा रही है. जोन एक में वार्ड संख्या एक, दो, तीन, चार, पांच व छह, जोन दो में वार्ड संख्या 12, 13, 14, 15, 21, जोन तीन में वार्ड संख्या सात, आठ व दस, जोन चार में वार्ड संख्या 11, 26, 27, 28, जोन पांच में वार्ड संख्या 22, 23, 24, 25, जोन छह में वार्ड संख्या 16, 17, 18, 19, 20 हैं.नाला के पानी पर निर्भर हैं वार्ड के लोग
वार्ड संख्या 11 की न्यू ढाको बस्ती में रहने वाले सैकड़ों लोग शहरी क्षेत्र में रह कर भी पेयजल की समस्या से जूझ रहे हैं. ये लोग नाला के पानी से अपनी सारी जरूरतें को पूरी कर रहे हैं. अमलो चेक पोस्ट के समीप से बहने वाला बगलत्ता जोरिया नाला के पानी में आसपास की महिलाएं, पुरुष व बच्चे नहाना, कपड़ा धोना व घर के दैनिक कार्यों को पूरा कर रहे हैं.सीसीएल के टैंकर पर आश्रित हैं सैकड़ों लोग
सीसीएल बीएंडके प्रक्षेत्र के सुभाषनगर, जवाहरनगर, कारो आदि कॉलोनियों में भी लोग पेयजल समस्या से त्रस्त हैं. यहां अमलो सबाड़ी से रॉ-वाटर की सप्लाई की जाती है. वह भी अनियमित होती है. इन क्षेत्रों की आबादी सीसीएल की पानी टैंकर पर आश्रित है. पानी टैंकर आते ही भीड़ लग जाती है. कई बार लोगों में झड़प भी हो जाती है.क्या कहते हैं कार्यपालक पदाधिकारी
फुसरो नप के कार्यपालक पदाधिकारी गोपेश कुंभकार ने कहा कि गर्मी के दिनों में लोगों को पानी के लिए जद्दोजहद नहीं करना पड़े, इसके लिए नगर परिषद सक्रिय है. जलापूर्ति कनेक्शन देने की गति तेज करने के लिए विभाग के सचिव को पत्राचार किया गया है. साथ ही स्थानीय ठेकेदार को भी निर्देश दिया गया है.