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Happy Mother’s Day 2021 : घर-परिवार से पहले मरीजों की सेवा को देती हैं प्राथमिकता, छह माह पहले मां बनीं नर्स पूजा कुमारी सिंह के सेवाभाव का जज्बा देखिए

Happy Mother's Day 2021, बोकारो न्यूज (रंजीत कुमार) : जब बात मरीजों की सेवा की आती है, तो पूजा के सामने सब कुछ गौण हो जाता है. उनके कानों में बीएससी नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद लिये गये मरीजों की सेवा की शपथ कानों में गूंजने लगती है. 30 वर्षीया पूजा कुमारी सिंह अपने पति कुमार शानू के साथ सेक्टर 12 में रहती हैं. इनका छह माह का बच्चा है. इसके बावजूद वह अपनी ड्यूटी पूरी मुस्तैदी के साथ कर रही हैं.

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 9, 2021 4:52 PM
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Happy Mother’s Day 2021, बोकारो न्यूज (रंजीत कुमार) : जब बात मरीजों की सेवा की आती है, तो पूजा के सामने सब कुछ गौण हो जाता है. उनके कानों में बीएससी नर्सिंग कोर्स पूरा करने के बाद लिये गये मरीजों की सेवा की शपथ कानों में गूंजने लगती है. 30 वर्षीया पूजा कुमारी सिंह अपने पति कुमार शानू के साथ सेक्टर 12 में रहती हैं. इनका छह माह का बच्चा है. इसके बावजूद वह अपनी ड्यूटी पूरी मुस्तैदी के साथ कर रही हैं.

बोकारो के को-ऑपरेटिव कॉलोनी स्थित आशादीप अस्पताल में पूजा कुमारी सिंह बतौर जीएनएम कार्यरत हैं. छह माह पहले मां बनी पूजा बताती हैं कि मन तो घर में रहकर अपने बच्चे के साथ खेलने का बहुत करता है, लेकिन मेरे लिए कोरोना संक्रमित मरीज की सेवा भी उतनी ही जरूरी है. सेवा भाव से कभी मुंह नहीं मोड़ सकती हूं. उनकी सबसे अधिक जरूरत मरीजों को है. बच्चे को पति के पास छोड़कर अस्पताल चली आती हूं. जानती हूं कि घर में मेरे पति बच्चे का लालन-पालन कर सकते हैं, लेकिन जिस कार्य के लिए उन्होंने प्रशिक्षण लिया है. उसे कोई दूसरा नहीं कर सकता है.

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वह बताती हैं कि खुद को सुरक्षित रखने के लिए अस्पताल में ड्यूटी के समय पीपीइ किट का इस्तेमाल करती हूं. इसके बाद सेनिटाइज करने के बाद ही घर जाती हूं. दो घंटे के बाद अपने बच्चे के पास जाती हूं. कोरोना संक्रमण का दौर तो कुछ माह बाद खत्म हो जायेगा, लेकिन मेरे सेवा भाव ही मरीजों को याद रहेंगे. मुसीबत के वक्त साथ देना सीखा है मैंने. साथ छोड़ना नहीं. मेरे बच्चे जब बड़े होंगे, तो मुझ पर नाज करेंगे.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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