केंद्रीय इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी की बोकारो को 20 हजार करोड़ की सौगात, BSL की उत्पादन क्षमता होगी 7.5 मिलियन टन

HD Kumaraswamy Gift: दो दिवसीय दौरे पर बोकारो पहुंचे केंद्रीय इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी और राज्य मंत्री भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा ने घोषणा की कि बीएसएल की उत्पादन क्षमता 7.5 मिलियन टन होगी. इसके लिए 20 हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा.

By Guru Swarup Mishra | January 29, 2025 5:35 AM
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HD Kumaraswamy Gift: बोकारो-बोकारो इस्पात संयंत्र को लेकर केंद्रीय मंत्री एचडी कुमार स्वामी और राज्यमंत्री भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा ने बड़ी घोषणा की है. बीएसएल की उत्पादन क्षमता 7.5 मिलियन टन होगी. इसके लिए 20 हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा. प्लांट के विस्तारीकरण से 2500 लोगों को प्रत्यक्ष और 10,000 लोगों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. केंद्रीय मंत्री श्री कुमार स्वामी व राज्यमंत्री श्रीनिवास ने मंगलवार को बोकारो एयरपोर्ट के पास पत्रकारों से बातचीत की. वर्तमान में बोकारो इस्पात संयंत्र की उत्पादन क्षमता 5.25 मिलियन टन है.

प्लांट विस्तारीकरण योजना पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री?

केंद्रीय मंत्री ने प्लांट विस्तारीकरण योजना को लेकर बात की. उन्होंने कहा कि ब्राउनफील्ड विस्तारीकरण को लेकर हॉट मेटल प्रोडक्शन को बढ़ाया जायेगा. स्टील सेक्टर में भारत को आत्मनिर्भर बनाने को लेकर कई कदम उठाये जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना 2030 तक भारत में इस्पात उत्पादन 300 मिलियन टन करने का है. इस दिशा में निवेश व तकनीक का वृहत इस्तेमाल होगा. इससे देश की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी. केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बोकारो इस्पात संयंत्र की नींव 1965 में रखी गयी थी. 1972 में ब्लास्ट फर्नेंस काम करने लगा. उस समय उत्पादन क्षमता 1.7 मिलियन टन थी, जो अब 5.25 मिलियन टन हो गया. प्लांट अब बड़े परिवर्तन की राह पर है. 4500 घनमीटर का ब्लास्ट फर्नेंस, स्लैब कास्टिंग, रोलिंग फेसिलिटी, स्टांप चार्जड कोकओवन बैटरी व सिंटर प्लांट विस्तारीकरण होना है.

कार्बन उत्सर्जन घटकर होगा 2.2 टन


केंद्रीय मंत्री श्री कुमारस्वामी ने बताया कि प्लांट से कार्बन उत्सर्जन कम करने की दिशा में जरूरी कदम उठाया जा रहा है. 2030 तक प्लांट से कार्बन उत्सर्जन 2.67 टन प्रति टन क्रुड स्टील उत्पादन से कम कर 2.2 टन प्रति टन क्रुड स्टील उत्पादन किया जायेगा. अक्षय उर्जा को लेकर भी विभिन्न योजना पर काम हो रहा है. इस दिशा में 30 मेगावाट प्लोटिंग सोलर उर्जा उत्पादन, 20 मेगावाट जमीन आधारित सौर उर्जा उत्पादन व 100 मेगावाट रिन्युअल एनर्जी उत्पादन की दिशा में काम हो रहा है. मंत्री ने कहा कि अक्षय ऊर्जा से उर्जा खपत कम करने में मदद मिलेगी. यह सुरक्षित भविष्य के लिए मददगार साबित होगी.

कुकिंग कोल के लिए आयात पर निर्भरता होगी कम


केंद्रीय मंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा ने टासरा कोल माइन व चासनाला वाशरी का दौरा किया. मंत्री श्री कुमारस्वामी ने बताया : कुकिंग कोल के लिए आयात पर देश की निर्भरता कम होगी. सितंबर 2025 तक माइंस से उत्पादन शुरू होगा. माइंस से 3.5 मिलियन टन उत्पादन क्षमता होगी. यह स्टील उत्पादन में कच्चा सामग्री की दिशा में बड़ा कदम साबित होगा. देश को इससे मजबूती मिलेगी. मंत्री श्रीकुमारस्वामी ने बताया : चासनाला वाशरी की क्षमता 02 मिलियन टन है. यहां वाश कोयला में छाई की मात्रा घटकर 28 प्रतिशत से 17 प्रतिशत हो जायेगी. इससे स्टील उत्पादन में उर्जा क्षमता बेहतर होता है.

विकसित भारत का संकल्प-केंद्रीय मंत्री


केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत का संकल्प लिया गया है. तासरा कोलमाइंस व चासनाला वाशरी का विकास कोयला सप्लाई को मजबूती देगा. मौके पर सेल चेयरमैन अमरेंदू प्रकाश समेत बीएसएल निदेशक प्रभारी बीके तिवारी समेत अन्य मौजूद थे. प्रेस वार्ता के बाद केंद्रीय मंत्री श्रीकुमार स्वामी को एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.

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