डुमरी . डुमरी प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित उत्तराखंड व दक्षिण क्षेत्र में मतदाताओं में वोटिंग के लिए काफी उत्साह दिखा. कभी नक्सली के भय से इन क्षेत्रों में मतदाता घर से बाहर नहीं निकलते थे. लेकिन, इस चुनाव में इन क्षेत्रों की फिजां बदली हुई है. उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र जरीडीह, मंझलाडीह, चलामो, बरमसिया, भावानंद, जीतकुंडी आदि गांवों के मतदान केंद्रों में ग्रामीण मतदान करने पहुंचे. भीड़ के बावजूद मतदाताओं ने शांतिपूर्ण तरीके से मतदान किया. जीतकुंडी, जरीडीह, चालमो, बरसिया, भावानंद समेत अन्य गांवों में सीआरपीएफ, एसएसबी, सीआइएसएफ, आइआरबी के जवान तैनात किये गयं थे. अकबकीटांड़ में भी मतदान को लेकर दिखा उत्साह : उग्रवाद प्रभावित जरीडीह पंचायत के उमवि वनपुरा अकबकीटांड़ के बूथ संख्या 25 व 26 में मतदान को लेकर अकबकीटांड़, खोलोचुंआ, बिशुनपुर कारीपहरी समेत सुदूर क्षेत्र के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी. सुबह में काफी धीमी गति से मतदान शुरू हुआ, लेकिन दो घंटे बाद ग्रामीणों की भीड़ लगनी शुरू हुई और मतदान का प्रतिशत बढ़ता गया. विदित हो कि अकबकीटांड़ गांव में ही जिला व राज्य के उग्रवादियों के विरुद्ध सबसे बड़ी सफलता पुलिस को मिली थी. इस गांव से पुलिस ने वर्ष 2018 में कई इनामी सहित 16 उग्रवादी को गिरफ्तार कर हथियार बरामद किया था.
उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट में झूमकर निकले मतदाता
बेरमो. नावाडीह तथा गोमिया प्रखंड अंतर्गत उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र के बूथों पर भारी सुरक्षा के बीच शांतिपूर्ण मतदान हुआ. दोनों प्रखंडों के अधिकतर बूथ संवेदनशील तथा अति संवेदनशील श्रेणी में आते हैं. डुमरी विस क्षेत्र के नावाडीह प्रखंड अंतर्गत उग्रवाद प्रभावित नौ पंचायतों में कंजकीरो, पलामू, गोनियाटो, नारायणपुर, काछो, मुंगो-रांगामाटी, पोखरिया व बरई शामिल हैं. गोमिया विस क्षेत्र के गोमिया प्रखंड में हुरलूंग, बड़की सीधावारा, चुट्टे, चतरोचट्टी, कर्री, लोघी, बड़की चिदरी, तिलैया पचमो, कुंडा, कोदवाटांड़, धवैया, ललपनिया, धवैया, कंडेर, बड़की पुन्नू, बारीडारी, टिकाहारा, तुलबूल सियारी तथा पचमो पंचायत का झूमरा उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में आता है. इन सभी पंचायतों के बूथों पर जमकर मतदान हुआ. मालूम हो कि पूरे झारखंड में एक समय गोमिया का झूमरा तथा नावाडीह का ऊपरघाट सबसे ज्यादा उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में शुमार रहा है. लेकिन पिछले एक दशक से इन बूथों पर शांतिपूर्ण मतदान होता है. बुधवार को भी इन पंचायतों के सभी बूथों पर ग्रामीण महिला-पुरुष वोटर झूम कर निकले तथा लोकतंत्र के इस महापर्व में हिस्सा लिया. नावाडीह प्रखंड की नौ पंचायतों में बूथों की संख्या 45 थी. ऊपरघाट के सभी बूथ अति संवेदनशील हैं. इन सभी बूथों पर भी मतदान शांतिपूर्ण हुआ. ऊपरघाट के पिलपिलो स्थित उमवि पिलपिलो के बूथ नंबर 228 में दिन 11 बजे तक 672 में से 200 वोट पड़ चुके थे. राजकीयकृत गर्वमेंट सेंकेडरी स्कूल पिपपराडीह के बूथ संख्या 227 में 11.10 बजे तक 798 में 358 तथा बूथ संख्या 226 में 755 में 387 मत पड़ चुके थे. राजकीयकृत मवि नारायणपुर के बूथ संख्या 245 में 11.30 बजे तक 1292 में से 410 वोट तथा बूथ संख्या 244 में 994 में से 385 वोट पड़ चुके थे. राजकीयकृत मवि बरई के बूथ संख्या 237 में दोपहर 12.15 बजे तक 1331 में से 498 तथा बूथ संख्या 238 में 748 मत में से 304 मत पड़ चुके थे. उत्क्रमित राजकीयकृत प्लस टू उवि पलामू के बूथ संख्या 231 में दोपहर 12.30 बजे तक कुल 869 में 398 तथा बूथ संख्या 232 में 607 वोट में से 435 वोट पड़ चुके थे. ऊपरघाट के सभी बूथों पर मतदान कराने में कई विद्यालय की छात्राएं, आंगनबाडी केंद्रों की सहायिकाएं व सेविकाएं के अलावा हेल्थ वर्कर सक्रिय दिखी. सभी बूथों पर बीएसएफ, केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है