PNB बोकारो सर्किल ऑफिस में हाई वोल्टेज ड्रामा, ऑक्सीजन सिलिंडर लिए ड्यूटी करने पहुंचे कर्मी, बैंक ने कहा- जांच रोकने के लिए रचा नाटक
Jharkhand news (बोकारो) : पंजाब नेशनल बैंक, बोकारो सर्किल में सोमवार को हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. सर्किल ऑफिस में ही बतौर मैनेजर पद पर कार्यरत अरविंद कुमार ऑक्सीजन मास्क पहन कर और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर सपरिवार सर्किल ऑफिस पहुंचे. लगभग 30 मिनट तक हो-हल्ला किया. प्रबंधन पर तरह-तरह का आरोप लगाया. वीडियो बनाकर यू-ट्यूब पर डाल दिया. वहीं, दूसरी ओर इस मसले पर पीएनबी सर्किल हेड राजेश अरोड़ा ने बताया कि जांच व NPA की राशि से बचने के लिए अरविंद कुमार ने ऐसा ड्रामा किया.
Jharkhand news (बोकारो) : पंजाब नेशनल बैंक, बोकारो सर्किल में सोमवार को हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ. सर्किल ऑफिस में ही बतौर मैनेजर पद पर कार्यरत अरविंद कुमार ऑक्सीजन मास्क पहन कर और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर सपरिवार सर्किल ऑफिस पहुंचे. लगभग 30 मिनट तक हो-हल्ला किया. प्रबंधन पर तरह-तरह का आरोप लगाया. वीडियो बनाकर यू-ट्यूब पर डाल दिया. वहीं, दूसरी ओर इस मसले पर पीएनबी सर्किल हेड राजेश अरोड़ा ने बताया कि जांच व NPA की राशि से बचने के लिए अरविंद कुमार ने ऐसा ड्रामा किया.
ऑक्सीजन मास्क और सिलिंडर लिये बैंक पहुंचे अरविंद कुमार अन्य बैंक कर्मियों से बात करते हुए हांफ रहे थे. उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी. इस दौरान उनके परिवार वाले भी व्याकुल नजर आ रहे थे. इस दौरान अरविंद कुमार ने वीडियो भी बनाया. वीडियो में अरविंद कुमार किसी इंक्वायारी व सैलेरी रोके रहने की बात कर रहे हैं. अरविंद कुमार वीडियो में बार-बार रिजाइन करने की बात कर रहे हैं.
वहीं, बैंक के अधिकारी अरविंद को बार-बार आराम करने की बात करते दिखते हैं. इस दौरान कई बार उनकी सांस तेज होती है. वीडियो में उनका ऑक्सीजन लेवल 98 के करीब दिखाया जाता है. बैंक कर्मी उन्हें टेंशन नहीं लेने की बात करते हैं. जबकि अरविंद कुमार खुद को सस्पेंशन के साथ किसी केस फाइनल करने की बात करते हैं.
कुछ देर के बाद अरविंद कुमार बिल्कुल शांत हो जाते हैं. इसके बाद ऑक्सीजन लेवल 93 होने की बात वीडियो में कही जाती है. उनकी पत्नी रोते हुए नजर आती है. फिर अचानक अरविंद कुमार खड़े होकर सर्किल हेड के चैंबर में पहुंच कर हो-हल्ला करने लगते हैं.
पूर्व नियोजित तरीका से बना है वीडियो : सर्किल हेड
इस संबंध में पीएनबी बोकारो सर्किल कार्यालय के सर्किल हेड राजेश अरोड़ा से बात कि गयी, तो उन्होंने कहा कि अरविंद कुमार पूर्व नियोजित तरीका से वीडियो बनाया गया है. वीडियो बनाकर बैंक कर्मियों पर एनपीए अकाउंट से रिकवरी नहीं करने का अनकही दबाव बनाया जा रहा था. बैंक के अन्य अधिकारियों से बात करने पर पता चला कि अरविंद 2016 में प्रेयर के दौरान वह बेहोश हुए थे. इसके बाद अनटाइमली ऑफिस आने लग. फिर अचानक से दो साल काम से गायब रहे.
पूर्व सर्किल हेड पवन कुमार को संदेश के जरिये आत्महत्या की बात भी कही थी. बैंक कर्मियों ने कई कोशिश के बाद उनसे बातचीत की. जैनामोड़ स्थित शाखा में काम सौंपा. यहां भी कुछ माह काम करने के बाद वह गायब हो गये. दो साल गायब रहने के दौरान वह बार-बार इस्तीफा देने की बात की. रिजाइन भी दिया. लेकिन, बैंक ने जब इनका शीट जांच किया तो उनपर कई प्रकार का लोन का एनपीए दिखा.
इसके बाद बैंक ने उनके इस्तीफा को अस्वीकार करते हुए काम करने को कहा. अरविंद कुमार 3 माह पूर्व काम ज्वाइन किये. इस दौरान कर्ज की राशि समायोजन के लिए उनके सैलरी से पैसा काटा जाने लगा. कार्य से लगातार अनुपस्थित होने व अन्य आरोप को लेकर जांच चल रही है. अप्रैल माह के पहले सप्ताह भी अरविंद कुमार ने कार्यालय के बिजली कनेक्शन से खिलवाड़ किया था. 26 अप्रैल 2021 से वह बिना किसी सूचना व कोविड रिपोर्ट के गायब था.
बैंक द्वारा अरविंद कुमार के खिलाफ 2 नंवबर, 2020 को चार्जशीट के बाद विभागीय जांच की प्रक्रिया जारी है. क्योंकि, वह आनाधिकृत रूप से लगभग पिछले दो वर्ष से ज्यादा समय तक बैंक से अनुपस्थित रहे हैं. उनके द्वारा लिया गया बैंक से लगभग एक करोड़ का ऋण एनपीए है.
इसके बाद भी वह लगातार बैंक से अपना पूरा सैलरी का भुगतान करने की मांग करते हैं. विभागीय जांच में भी उनका सहयोग नहीं मिलता. कार्यालय द्वारा उनके परिवार के पालन पोषण के लिए इसी माह 50,000 की अग्रिम राशि भी दिया गया था. बैंक परिसर में वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर प्रसारित करने संबंधित जानकारी उच्च अधिकारी को दी जा रही है.
Posted By : Samir Ranjan.