बोकारो के लुगू पहाड़ में हाइडल पंप स्टोरेज प्लांट लगाने की कवायद तेज, जानें क्या होगा इसका फायदा
बोकारो के लुगू पहाड़ में डीवीसी द्वारा प्रस्तावित 1500 मेगावाट हाइडल पंप स्टोरेज प्लांट लगाने की कवायद तेज हो गयी. इसे लेकर सतांली समाज के लोगों से बातचीत की गयी है
Jharkhand News, Bokaro News बोकारो : बोकारो जिला के गोमिया प्रखण्ड के तुलबूल पंचायत के लुगू पहाड़ क्षेत्र में डीवीसी द्वारा प्रस्तावित 1500 मेगावाट हाइडल पंप स्टोरेज प्लांट लगाने को लेकर कवायद तेज है, गोमिया अंचल के अंचलाधिकारी के सीओ संदीप अनुराग टोपनो के साथ पिंडरा गांव के सतांली सामाजिक कार्यकर्ता़ओं व डीवीसी हाइडल पंप स्टोरेज से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर प्लांट लगाने के बाबत में मत्रंणा की गयी.
सीओ श्री टोपनो को प्लांट से जुडे अधिकारियों ने मैप के माध्यम से प्लांट के संबंध में जानकारी दी व साथ हीं यह बताया कि हाइडल पंप स्टोरेज प्लांट के निर्माण में 87 प्रतिशत भूमि वन विभाग व 13 प्रतिशत भूमि जीएम लैंड का उपयोग किया जायेगा. प्लांट स्थापित होने मे ना तो किसी रैयत की भूमि ली जा रही है, ना हीं किसी के दखल कब्ज में जीएम लैंड, इसके साथ ही साथ परियोजना स्थापित मे ली जा रही भूमि के संबंध में जानकारी दी गयी,
डीवीसी असैनिक विभाग के जुड़े वरीय प्रमंडल पदाधिकारी अमित कुमार सिंह ने कहा परियोजना के स्थापित होने से ना तो लुगू पहाड़ मे लुगू मन्दिर को कोई नुकसान होगा न ही पर्यावरण को नुकसान होगा.
पहाड़ मे एक किलोमीटर रेडियस में एक मिनी चेक डैम का निर्माण होना है और पिंडरा व आसपास में दो किलीमीटर की रेडियस में चेक डैम का निर्माण किया जाना है, इसके लिए 2 कार्यालयों के निर्माण को सहमति मिली है.
लोगों को यह भी आश्वस्त किया है कि किसी के कहने पर आप भर्मित न हो, क्यों कि परियोजना के स्थापित होने से कोई भी विस्थापित होगा और न ही वन को कोई नुकसान पहुंचाया जाएगा.
लुगू पहाड़ हम सबों का आस्था का केन्द्र
लुगू पहाड़ हम सबों का आस्था का केन्द्र है, प्लांट लगने पर किसी को कोई दिक्कत नहीं होगी. लोगों से ये अपील गयी कि क्षेत्र व राज्य के विकास के लिए सभी का सहयोग जरूरी है.
परियोजना के स्थापित होने से क्या होगा फायदा
परियोजना के स्थापित होने से गांव के सैकड़ों युवा रोजगार से जुड़ेंगे.
इसके लगने से स्कूल, रोड, पार्क, सामुदायिक भवन, कृषि विकास, बिजली समेत कई सुविधाएं बहाल होंगी.
( रिपोर्ट- नागेश्वर )