एक भी मजदूर को काम से निकाला गया तो आर-पार होगी लड़ाई : राजेंद्र
क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (हिंद मजदूर सभा) की कोक ओवन कैंटीन में बैठक, बीएसएल प्रबंधन पर ठेका मजदूरों के प्रति शोषण व तानाशाही नीति का आरोप
बोकारो. क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ (हिंद मजदूर सभा) ने बुधवार को बीएसएल प्रबंधन पर ठेका मजदूरों के प्रति शोषण व तानाशाही नीति का आरोप लगाते हुए बोकारो इस्पात संयंत्र के कोक ओवन व कोक केमिकल्स विभाग के सुदर्शन कैंटीन में बैठक की. संघ के महामंत्री सह-सदस्य एनजेसीएस राजेंद्र सिंह ने कहा कि बीएसएल में कार्य करने वाले ठेका मजदूरों के हितों व अधिकारों की रक्षा की जिम्मेदारी बोकारो प्रबंधन की है, वह अपनी जवाबदेही से बच नहीं सकता. अगर एक भी मजदूर को काम से निकाला गया, तो सिर्फ कोक-ओवन हीं नहीं, पूरे प्लांट के ठेका मजदूर आर-पार की लड़ाई को बाध्य होंगें. श्री सिंह ने बताया कि कोक-ओवन के मुख्य महाप्रबंधक ने वचन दिया था कि कोक-ओवन का कोई भी ठेका मजदूर मेडिकल जांच के कारण काम से बाहर नहीं निकाला जायेगा. लेकिन, ऐसा लगता है कि इनकी कथनी और करनी में विरोधाभास है. बैट्री नं 04 में एक मजदूर को मेडिकल अनफिट किया गया है. उसके पास 13 जुलाई तक का गेट पास है. अगर 13 जुलाई तक उस मजदूर को नवीकृत गेट पास नहीं दिया गया तो 14 जुलाई से कोक-ओवन का धुआं अनिश्चितकाल के लिए बंद होगा. श्री सिंह ने कहा कि सेल के अन्य संयंत्र में ग्रेच्युटी लागू हो जाने के बावजूद भी बोकारो प्रबंधन ना तो ग्रेच्युटी लागू कर रही है ना हीं ग्रुप इंश्योरेंस पर कोई निर्णय ले पा रही है. प्रबंधन अपनी नीति में सुधार करे. आरके सिंह, शशिभूषण, जुम्मन खान, चंद्र प्रकाश कुमार, टुनटुन सिंह, राजेश तिवारी, जितेन्द्र उपाध्याय, नवीन तिवारी, हरेराम सिंह, अभय शर्मा, धर्मेंद्र पंडित, आनंद कुमार आदि ने संबोधित किया.
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