Bokaro News : इलाज से किया इंकार तो रद्द होगा निबंधन

Bokaro News : आयुष्मान भारत कार्ड : जिला में 7.78 लाख निबंधित, सात लाख कर रहे हैं उपयोग

By Prabhat Khabar News Desk | December 11, 2024 12:49 AM

Bokaro News : रंजीत कुमार, बोकारो. बोकारो जिला में आयुष्मान भारत कार्ड बनाने की रफ्तार ने जोर पकड़ रही है. स्वास्थ्य विभाग ने 14 लाख 40 हजार लाभार्थियों को आयुष्मान योजना से जोड़ने का लक्ष्य निर्धारित किया है. अब तक लगभग सात लाख 78 हजार लाभार्थियों का कार्ड बन कर तैयार है. रोजाना दर्जनों लोग सदर अस्पताल पहुंच कर डीएस डॉ अरविंद कुमार व डीपीसी आयुष्मान अभिजीत बनर्जी की निगरानी कार्ड बनवा रहे हैं. अब तक सात लाख के करीब कार्डधारी आयुष्मान योजना का लाभ ले रहे हैं.

30 अस्पताल हैं सूचीबद्ध :

जिले में आयुष्मान भारत योजना में 30 अस्पतालों (12 सरकारी व 18 निजी) को सूचीबद्ध किया गया है. इसमें बोकारो जेनरल अस्पताल भी शामिल है. सरकारी अस्पतालों में सदर अस्पताल कैंप दो, अनुमंडल अस्पताल (चास, बेरमो व तेनुघाट), रेफरल अस्पताल जैनामोड़, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (चंदनकियारी, पेटरवार, गोमिया, नावाडीह, कसमार, चास, फुसरो) शामिल है. इसके अलावे 18 सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में चास, बोकारो सहित जिले के विभिन्न क्षेत्रों में संचालित है.

आज से सभी जगह कार्ड निर्माण योजना शुरू :

सभी सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में बुधवार से आयुष्मान कार्ड निर्माण योजना शुरू किया गया है. इसके तहत सभी सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में आनेवाले लाभुकों का आयुष्मान कार्ड बनाना है. किसी तरह की परेशानी होने पर अस्पताल संचालक सीधे सीएस, सदर डीएस या डीपीसी से संपर्क कर सकते हैं.

नयी व्यवस्था में ऐसे रखना होगा इंतजाम :

नयी व्यवस्था के तहत कोई अस्पताल किसी खास बीमारी के इलाज के लिए सूचीबद्ध किया जाता है, तो उसे बीमारी का विशेषज्ञ रखना होगा. अगर सामान प्रकृति की दो बीमारियों का उपचार होगा, तो दोनों के लिए अलग-अलग स्पेशलिस्ट व मेडिकल ऑफिसर रखने होंगे. नये सिस्टम में सुपर मल्टीस्पेशिलिटी अस्पताल में अधिकतम 12 बीमारी का इलाज की सुविधा मिलेगी. इसके लिए अस्पताल प्रबंधन को सभी बीमारी के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ रखना होगा. साथ ही 10 बेड का इंतजाम भी अलग से रखना होगा. दो से अधिक बीमारी के इलाज के लिए कैंप दो सदर अस्पताल व बोकारो जनरल अस्पताल को ही स्वीकृति मिली है. यहां 100 से अधिक बेड व विशेषज्ञ चिकित्सक मौजूद है.

बोकारो के सिविल सर्जन डॉ अभय भूषण प्रसाद :

आयुष्मान कार्ड बनाने का अभियान तेजी से चल रहा है. यदि किसी मरीज के कार्ड में कोई त्रुटि मिलती है, तो निजी अस्पताल संचालक अपने स्तर से सुलझायें. बड़ी कागजी परेशानी होने पर ही मरीज को आगे की सलाह दें. मरीज को परेशानी हो रही है, तो सीधे मुझसे संपर्क करें. हर हाल में इलाज होगा. मरीज को परेशान होने की जरूरत नहीं.

सदर अस्पताल, बोकारो के उपाधीक्षक डॉ अरविंद कुमार :

आयुष्मान योजना का लाभ सभी सरकारी अस्पतालों में मिल रही है. हर जगहों पर हेल्प डेस्क बनाया गया है. सदर अस्पताल में मैं खुद अपनी निगरानी में लाभुकों का कार्ड बनवा रहा हूं. किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है. जिला अस्पताल में परेशानी होने पर सीधे उपाधीक्षक चेंबर में मिल सकते हैं.

आयुष्मान योजना, बोकारो के डीपीसी अभिजीत बनर्जी :

आयुष्मान भारत योजना से लाभार्थियों को जोड़ने के लिए विभाग सभी लाभार्थियों के दरवाजे तक जा रहा है. हमारा मकसद सभी लोगों तक स्वास्थ्य सेवा पहुंचाना है. कार्ड बनने में किसी को परेशानी हो रही है, तो विभाग को तुरंत बताये. समाधान किया जायेगा.

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