चंद्रपुरा व बोकारो थर्मल में डीवीसी के 700 आवासों में अवैध कब्जा
चंद्रपुरा और बोकारो थर्मल में डीवीसी की आवासीय कॉलोनियों में लगभग 700 आवासों पर अवैध कब्जा है. सिर्फ चंद्रपुरा में डॉरमेट्री से लेकर टाइप तक में 600 क्वार्टरों पर कब्जा है. कब्जाधारियों में सीआइएसएफ, पुलिस, स्थानीय दुकानदारों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े लोग शामिल हैं.
सीटीपीएस-बीटीपीएस में हैं कुल 5362 आवास
चंद्रपुरा/बोकारो थर्मल : चंद्रपुरा और बोकारो थर्मल में डीवीसी की आवासीय कॉलोनियों में लगभग 700 आवासों पर अवैध कब्जा है. सिर्फ चंद्रपुरा में डॉरमेट्री से लेकर टाइप तक में 600 क्वार्टरों पर कब्जा है. कब्जाधारियों में सीआइएसएफ, पुलिस, स्थानीय दुकानदारों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े लोग शामिल हैं.
चंद्रपुरा में डीवीसी के कुल 2600 आवास है वहीं डीवीसीकर्मियों और सप्लाई मजदूरों की कुल संख्या लगभग 1600 है. चंद्रपुरा में ई टाइप, एफ टाइप, जी टाइप, एच टाइप, वर्कचेंज बैरेक, पाइप शेड, जिप्सी हर्ट अैर डॉरमेट्री के अधिकतर क्वार्टरों में अवैध कब्जा है़ डॉरमेट्री व दार्जिलिंग कॉलोनी में करीब 300 से अधिक तथा पाइप शेड, बैरेक, एच टाइप व जी टाइप के 200 से अधिक क्वार्टरों में वर्षों से अवैध कब्जा है.
पूर्व डीजीएम ने चलाया था अभियान : विदित हो कि डेढ़ साल पहले सीटीपीएस के तत्कालीन डीजीएम आरआर पांडेय ने डीवीसी के क्वार्टरों में अवैध कब्जा के खिलाफ अभियान चलाया था. उस समय दर्जनों क्वार्टरों को कब्जा मुक्त कराया गया था. उनके यहां से स्थानांतरित होने के बाद अभियान रुक गया.
डॉरमेट्री को विक्रय केंद्र बनाने की योजना खटाई में : चंद्रपुरा में डॉरमेट्री एक से पांच नंबर में डीवीसी के कुल 50 क्वार्टर है. इसमें 47 क्वार्टरों में अवैध कब्जा है़ डीवीसी सीएसआर विभाग ने वर्ष 2018 में डॉरमेट्री को हाट और विक्रय केंद्र बनाने की योजना बनायी थी. इस योजना में सीएसआर से प्रशिक्षण लेने वाली महिलाओं और युवतियों द्वारा तैयार किये जाने वाले विभिन्न तरह के प्रोडक्ट की बिक्री के लिए विक्रय केंद्र और हाट बनाना था, लेकिन डॉरमेट्री में अवैध कब्जा के कारण योजना खटाई में पड़ गयी.
बोकारो थर्मल : कुल 2762 आवासों में 100 से अधिक पर है कब्जा
बोकारो थर्मल में डीवीसी के 100 से अधिक आवासों पर अवैध कब्जा है. बोकारो थर्मल में डीवीसी कर्मियों की संख्या 900 है वहीं कुल आवास 2762 है. वर्तमान में डीवीसी कॉलोनी के 900 आवासों पर डीवीसी कर्मी और अधिकारी, 600 आवासों पर सप्लाई मजदूर, 700 पर रिटायर्ड कर्मी, 200 आवासों पर सीआइएसएफ, 200 आवासों में सरकारी संस्थानों बैंक, रेलवे, पोस्ट ऑफिस, बेसिक स्कूल, पुलिस पदाधिकारी, केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक आदि रहते हैं. वहीं 50 आवासों में डीवीसी के संवेदक रहते हैं.
सिक्स यूनिट, लेबर क्वार्टर, स्टेशन रोड के तीनों डॉरमेट्री, एचएमटी कॉलोनी, एफएमडी कॉलोनी के 100 से अधिक आवासों में अवैध कब्जा है. कई आवासों पर वैसे पुलिसकर्मियों ने कब्जा है, जिनका बोकारो थर्मल से अन्यत्र तबादला हो गया है़ दो चार आवासों में पत्रकारों का भी कब्जा है़ डीवीसी के डीजीएम एवं अपर निदेशक के निर्देश पर भू-संपदा विभाग एवं एचआर द्वारा बीच-बीच में अवैध कब्जा वाले आवासों को खाली करवाने काम किया जाता है़ आवासों को खाली कराने के बाद उसे आवंटित नहीं करने से फिर से कब्जा कर लिया जाता है.