Jharkhand news: बोकारो जिला अंतर्गत गोमिया प्रखंड के चतरोचट्टी वन क्षेत्र जरकुंडा में हजारीबाग पूर्वी वन प्रमंडल के डीएफओ सौरभ चंद्रा ने निरीक्षण किया. इस क्रम में उन्होंने कहा कि कोनार डैम क्षेत्र में पर्यटन की असीम संभावनाएं है. पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 15 लाख रुपये की लागत से अतिथि भवन का जीर्णोद्धार सहित लिंक पथ का निर्माण किया गया. उन्होंने कहा कि अतिथि गृह काफी ऊंचाई में है. यहां से डैम की खूबसूरती देखते ही बनती है. उन्होंने कोनार डैम में वोटिंग का लुत्फ उठाते हुए विदेशी पक्षियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त किया.
डीएफओ श्री चंद्रा ने कहा कि अतिथि भवन के आसपास वन विभाग का काफी जगह है. यहां पर पार्क बनाने की बात कही गयी, ताकि दूर-दराज से आये पर्यटकों को मनोरंजन का साधन उपलब्ध होगा. साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे. साथ ही कहा कि चतरोचट्टी वनवीट क्षेत्र में वन को बचाने एवं संरक्षण के लिए सिल्वर कल्चर का कार्य काफी जोर-शोर से चल रहा है, ताकि आगे सखुवा व केंदू पौधों के विकास में बल मिलेगा.
उन्होंने क्षेत्र और आसपास के क्षेत्रों में जगंली हाथियों के विचरण के अलावा डैम क्षेत्र में विदेशी पक्षियों के आगमन पर वन विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों से इस पर गंभीरता से ध्यान देने की बात कही. कहा कि जंगली हाथियों का बड़ा झुंड फिलहाल कई टुकड़ियों में बंट गया है, जिससे काफी घटनाएं बढ़ गयी है. प्रयास किया जा रहा है कि हाथियों को जंगल क्षेत्र में ही रोकने की कोशिश करें.
वन क्षेत्र के जंगल-झाड़ उजड़ने के कारण ही हाथी जंगल छोड़ बाहर निकलने लगे हैं. भरपेट भोजन नहीं मिलने के कारण भी हाथियों का झुंड गांवों की ओर रुख कर रहा है. उन्होंने लोगों से जंगल बचाने में वन विभाग को सहयोग करने की अपील भी किया. कहा कि क्षेत्र में जलछाजन योजना के तहत तालाब, डोभा आदि कार्यों में बल दें, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में विकास योजनाओं पर बल मिलेगा.
डीएफओ श्री चंद्रा ने कहा कि वनवीट कार्यालय के समीप रखे गये कीमती लकड़ी का निलामी हुआ, जिससे सरकार को एक लाख 76 हजार रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई. इस मौके पर एसीएफ अभय कुमार सिंह, वन क्षेत्र पदाधिकारी सुरेश राम के अलावा फोरेस्टर गोवर्द्धन, अनिल कुमार, दिलीप, रूखसाना, सरिता कुमारी, वन रक्षी रजा अहमद, विनोद गंझू, रवि कुमार, विकास कुमार सहित अन्य उपस्थित थे.
रिपोर्ट: नागेश्वर, बोकारो.