लोकसभा चुनाव में आइटी एप्लीकेशन की अहम भूमिका
एआरओ – नोडल पदाधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण
बोकारो.
समाहरणालय सभागार में बुधवार को आइटी एप का प्रशिक्षण दिया गया. गिरिडीह लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्र व बोकारो जिला अंतर्गत धनबाद लोकसभा क्षेत्र में आने वाले विधानसभा क्षेत्र के सहायक निर्वाची पदाधिकारी व विभिन्न कोषांगों के नोडल पदाधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया. प्रशिक्षक जिला सूचना व विज्ञान पदाधिकारी (डीआइओ) धनंजय कुमार ने कहा कि लोकसभा आम निर्वाचन कार्य के निष्पादन में आइटी एप्लीकेशन की अहम भूमिका है. ज्यादातर मामलों में एआरओ–नोडल पदाधिकारियों को आनलाइन एप के माध्यम से ही आपत्ति-अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करना है. प्रशिक्षण सत्र में आइटी एप्लीकेशन ( ऑनलाइन नॉमिनेशन, काउंटिंग, सर्विस वोटर पोर्टल, सी-विजिल व अन्य) का प्रशिक्षण दिया गया. डीआइओ श्री कुमार ने कहा : भारत निर्वाचन आयोग ने इस एप को तैयार किया है, जो चुनाव अवधि के दौरान नोडल अधिकारियों को अनुमति प्रक्रिया का प्रबंधन करने में मदद करता है. चुनाव अवधि के दौरान विभिन्न विभागों से नोडल अधिकारी नामित किए जाते हैं, जो उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों द्वारा प्रचार से संबंधित विभिन्न गतिविधियों जैसे रैलियां आयोजित करने, सार्वजनिक बैठकें आयोजित करने आदि के लिए लागू की गयी अनुमति के खिलाफ आपत्ति – अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी करने की जिम्मेदारी लेते हैं. एनकोर नोडल एप नोडल अधिकारियों को एक ही मंच पर सभी लंबित अनुमति अनुरोधों को देखने और प्रबंधित करने की अनुमति देता है. उन्होंने एप के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं व लाभ की जानकारी दी.डीआइओ श्री कुमार ने इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्रेषित पोस्टल बैलट सिस्टम ईटीपीबीएस के संबंध में बताया. श्री कुमार ने कहा : इस व्यवस्था को सेवा मतदाताओं के उपयोग के लिए विकसित किया गया है. यह प्रणाली पात्र सेवा मतदाताओं को उनके निर्वाचन क्षेत्र के बाहर कहीं से भी इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्राप्त मतपत्र का प्रयोग करके वोट डालने में सक्षम बनाती है. वहीं सी-विजिल एप के बारे में बताया कि नागरिकों के लिए चुनाव अवधि के दौरान आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) के उल्लंघन पर रिपोर्ट करने के लिए ऑनलाइन एप है. यह नागरिकों के सतर्क होने व स्वतंत्र- निष्पक्ष निर्वाचन के संचालन में उनकी सक्रिय भूमिका को दर्शाता है.