सितंबर तक उत्पादन की स्थिति सुधारें, वरना खैर नहीं : सीसीएल सीएमडी

सितंबर तक उत्पादन की स्थिति सुधारें, वरना खैर नहीं : सीसीएल सीएमडी

By Prabhat Khabar News Desk | July 14, 2024 9:26 PM

कथारा. सीसीएल सीएमडी निलेन्दु कुमार सिंह ने रविवार को कथारा क्षेत्र के कथारा कोलियरी, कथारा वाशरी सहित अन्य परियोजना व माइंसों का निरीक्षण किया. साथ में क्षेत्र के जीएम व परियोजना के संबंधित अधिकारी भी थे. सीएमडी पहले कथारा कोलियरी माइंस पहुंचे और व्यू प्वाइंट पर कोलियरी के मैप चार्ट का अवलोकन कर कई मुख्य बिंदुओं पर चर्चा की. डिपार्टमेंटल व आउटसोर्सिंग से हो रहे उत्पादन व उत्पादकता की जानकारी ली.

उन्होंने कहा कि मैप चार्ट देख कर लगता है कि प्लानिंग का तरीका सही नहीं है. इससे न तो बेहतर तरीके से उत्पादन कर पायेंगे और न ही माइंस में भरे पानी की सही तरीके से निकासी कर सकेंगे. ऐसा प्लान तैयार करें, जिससे कम मेहनत से बेहतर परिणाम मिले. यदि प्लान के तरीके ठीक होंगे तो गर्मी के मौसम में भी कोलियरी के आसपास प्रभावित गांवों में कुआं, चापाकल, तालाब का पानी सूखेगा नहीं और माइंस में भरे पानी का इस्तेमाल कृषि कार्यों के लिए होगा. उन्होंने तीन नंबर माइंस में अवैध खनन से बने सुरंगों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रशासन से सहयोग लेकर ध्वस्त करने का निर्देश दिया. कहा कि इसके लिए हर दिन अभियान चलाएं, ताकि सुरंग बनाने वाले थक जाये और यह काम छोड़ दे. सीएमडी ने कहा कि सभी चाहते हैं कि कम समय में ही छोटे-छोटे प्लान बना कर जैसे-तैसे कर उत्पादन कर लें और चले जाएं. ऐसे करने से आगे दिक्कत होती है. कम से कम पांच साल के लिए प्लान बनने से सबके लिए बेहतर होगा और अधिक उत्पादन होगा. जिन पुरानी मशीनों का लाइफ पूरा हो चुका है उसे सर्वे कर दें, उसकी जगह नयी मशीनें दी जायेगी. कहा कि सितंबर माह तक उत्पादन की स्थिति में सुधार करें, नहीं तो सभी जिम्मेवार अधिकारियाें की खैर नहीं. कथारा कोलियरी एक नंबर माइंस में दो डिपार्टमेंटल लगायी गयी है, इससे बेहतर उत्पादन करें.

ग्रामीणों को नयी टेक्नोलॉजी के बारे में बताकर ब्लास्टिंग करें

सीएमडी ने कहा कि ब्लास्टिंग करें, लेकिन सेफ्टी पर विशेष ध्यान दें. ब्लास्टिंग जोन के आसपास ग्रामीणों के पास जाकर उन्हें ब्लास्टिंग की नयी टेक्नोलॉजी के बारे बताये. उनके साथ रह कर ब्लास्टिंग करें तो ग्रामीणों द्वारा बेहतर सहयोग मिलेगा. माइंस में अलग-अलग पैच में एक-एक मशीनों को रख कर उत्पादन न करें. कम जगह पर सभी मशीनों को लाकर चलाने से अच्छी जगह भी बनेगी और बेहतर उत्पादन भी होगा. उन्होंने आउटसोर्सिंग संवेदकों से कहा कि टेंडर के अनुसार दो वर्ष में काम करना है, लेकिन वे चाहे तो एक वर्ष में ही काम कर दें और अपना बिल प्राप्त कर लें. इसके लिए स्थानीय प्रबंधन को उन्हें हर स्तर पर सहयोग मिलेगा. उन्होंने व्यू प्वाइंट से सटे पहाड़ीनुमा ओबीआर डंपिंग क्षेत्र में वन विभाग से सहयोग से पौधरोपण करने का निर्देश दिया.

सर्वे करा कर अधिक से अधिक स्क्रैप लोहे का ऑक्शन भेजे

कथारा कोलियरी माइंस के बाद सीएमडी कथारा वाशरी प्लांट गये. उनकी नजर वन फाइव कार्यालय के निकट जहां-तहां पड़ा लोहा का स्क्रैप पर पड़ी. उन्होंने पीओ को कहा कि सर्वे करा कर अधिक से अधिक स्क्रैप लोहा का ऑक्शन भेजें, ताकि कंपनी को करोड़ों का आर्थिक लाभ मिल सके. वाशरी के रखरखाव पर विशेष ध्यान दें. इसके लिए जो भी दिक्कतें होगी, पूरी की जायेगी, नहीं तो इसे सर्वे ऑफ कर दें. कहा कि दूसरी कोलियरी से आने वाले कोयला की क्वालिटी पर ध्यान दें. प्लांट के आसपास सफाई रखें. यदि इसके लिए मैन पावर की कमी है तो कॉन्ट्रेक्टर से कराएं.

संडे, पीएचडी की सुविधा काम करने वाले को दें, नेतागिरि करने वालों को नहीं

सीएमडी ने कहा कि ऐसे कर्मचारियों को संडे, पीएचडी की सुविधा दें जो काम करते हैं, वैसे को न दें जो नेतागिरि करे. यदि वैसे लोग विरोध कर प्लांट बंद करते हैं तो करने दे, प्रबंधन झेल लेगा. इसके बाद उन्होंने क्षेत्र के जारंगडीह, स्वांग- गोविंदपुर कोलियरी माइंस का निरीक्षण किया एवं संबंधित अधिकारियों को उत्पादन, उत्पादकता बढ़ाने का निर्देश दिया. मौके पर क्षेत्र के जीएम संजय कुमार, एसओ माइनिंग विनोद कुमार, कथारा कोलियरी पीओ डीके सिन्हा, कथारा वाशरी पीओ विजय कुमार, एसओ पीएंडपी अर्जुन प्रसाद, एसओ सेफ्टी सीबी तिवारी, एसओ इएंडएम बिपिन कुमार, एसओ सर्वे डीके मजूमदार, क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी डीके गुप्ता, खान प्रबंधक कृष्ण मुरारी, पीइ रत्नेश कुमार, अनीश कुमार, सर्वे पदाधिकारी महेश महतो, राजीव रंजन, गौरव कुमार, बीकेबी आउटसोर्सिंग कंपनी के सुशील अग्रवाल, एसबीएन सिंह, सूर्यभूषण कुमार, जारंगडीह में पीओ परमानंद गुईन, खान प्रबंधक बालगोविंद नायक, नीरज कुमार सहित कई अधिकारी उपस्थित थे.

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