दुमका और बेरमो सीट में चुनावी रोमांच बदल गया है़ पिछले विधानसभा चुनाव से इतर इस उपचुनाव की तस्वीर बदली-बदली है़ यूपीए के सामने अपने वो
दो ध्रुवों में बंटी इस चुनाव में आर-पार की लड़ाई है़ यूपीए-एनडीए के बीच मुकाबला सीधा है़ दोनों ही खेमा एक-दूसरे के चुनावी रणनीति को ध्वस्त करने में जुटे है़ं भाजपा और आजसू इस उपचुनाव में साथ आये है़ं ऐसे में यूपीए के सामने एक नयी चुनौती सामने है़ इसबार इस खेमे का वोट बंटने के आसार नहीं है़
उधर झाविमो का भी इस चुनाव में अस्तित्व नहीं है़ पिछले चुनाव झाविमो का भी एक कोण था़ यूपीए की कोशिश होगी कि झाविमो के परंपरागत वोट बैंक को अपने तरफ मोड़े़ हालांकि झाविमो ने दोनों ही सीट पर उल्लेखनीय है प्रदर्शन नहीं किया था़ लेकिन इस उपचुनाव में एक-एक वोट कीमती होगा़
बेरमो में 16 हजार से ज्यादा वोट मिले थे आजसू को : पिछले उपचुनाव में बेरमो से आजसू प्रत्याशी काशी नाथ सिंह को 16534 वोट मिले थे. इसबार आजसू ने भाजपा को समर्थन दिया है़ यह बड़ा मार्जिन होगा़ आजसू अपना वोट ट्रांसफर करा पाया, तो यूपीए के सामने चुनौती होगी़ वहीं झाविमो प्रत्याशी को 1997 वोट मिले थे़ जदयू प्रत्याशी को दो हजार से कम वोट मिले थे. पिछले चुनाव परिणाम से भी साफ है कि लड़ाई कांग्रेस व भाजपा के बीच ही केंद्रीत थी़
पिछले विधानसभा चुनाव में दुमका विधानसभा से झामुमो के हेमंत सोरेन ने भाजपा की लुईस मरांडी को 13,188 मतों से पराजित किया था. वहीं बेरमो सीट से कांग्रेस के राजेंद्र सिंह ने भाजपा के योगेश्वर महतो को 25,172 वोट से पराजित किया था. दोनों ही सीट पर यूपीए की जीत हुई थी़ एनडीए के लिए चुनौती होगी कि इस मार्जिन को पूरा करे़ हालांकि दुमका सीट पर पिछले चुनाव में भी आजसू का कोई उम्मीदवार नहीं था़
हेमंत सोरेन, झामुमो 81,007
लुईस मरांडी,भाजपा 67,819
अंजुला मुर्मू, झाविमो 3,156
मार्शल टुडू,जदयू 2,409
डेविड टुडू,झामुमो (यु) 1,102
राजेंद्र सिंह,कांग्रेस 88,945
योगेश्वर महतो,भाजपा 63,773
काशीनाथ सिंह,आजसू 16,534
राम किंकर पांडेय,झाविमो 1,997
सविता देवी,जदयू 1,806
एस अंसारी,झामुमो(यु) 583
posted by : sameer oraon