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DPS बोकारो में बाल विज्ञान कांग्रेस के वैज्ञानिक सत्र का शुभारंभ, 100 से अधिक छात्राओं ने दिखाई प्रतिभा

DPS बोकारो में चल रहे तीन-दिवसीय राज्यस्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के दूसरे दिन वैज्ञानिक सत्र के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे. झारखंड की ओर से आयोजित इस कांग्रेस के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने अपने-अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 10, 2022 7:42 AM

Bokaro News: ‘बच्चे देश के भविष्य हैं, जिनमें असीम क्षमता और उनके लिए अवसर भी असीम हैं. विद्यार्थी अपनी क्षमता को अंदर से निकालकर उसे निखारें और अवसरों का लाभ उठाएं. जब वे ऐसा करेंगे तो निश्चय ही अपने देश भारत का परचम पूरे विश्व में लहराएंगे.’ ये बातें बोकारो स्टील प्लांट के अधिशासी निदेशक (कार्मिक एवं प्रशासन) एवं डीपीएस बोकारो स्कूल मैनेजिंग कमेटी के प्रो-वाइस चेयरमैन संजय कुमार ने कही. श्री कुमार शुक्रवार को डीपीएस बोकारो में चल रहे तीन-दिवसीय राज्यस्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के दूसरे दिन वैज्ञानिक सत्र के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.

राष्ट्रीय विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं संचार परिषद, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एवं साइंस फॉर सोसाइटी व विज्ञान जागरण समिति झारखंड की ओर से आयोजित इस कांग्रेस के दूसरे दिन प्रतिभागियों ने अपने-अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए. मुख्य अतिथि श्री कुमार ने डीपीएस बोकारो की मेजबानी में इस आयोजन को विज्ञान के विकास और राष्ट्र-निर्माण की दिशा में काफी महत्वपूर्ण बताया. उन्होंने राज्य के 13 विभिन्न जिलों से आए 100 से अधिक प्रतिभागियों को प्रोत्साहित करते हुए राष्ट्रस्तरीय प्रतियोगिता के लिए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दीं.

शोधपरक वैज्ञानिक जागृति के विकास में किए जा रहे कार्यों की जानकारी

सम्मानित अतिथि बोकारो स्टील प्लांट के मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (नगर सेवाएं) भूपेंद्र सिंह पोपली ने कोरोनाकाल में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों की चर्चा करते हुए इस दिशा में विज्ञान की भूमिका पर प्रकाश डाला. सोसाइटी के राज्य समन्वयक सह महासचिव डीएनएस आनंद ने सोसाइटी की ओर से बच्चों में शोधपरक वैज्ञानिक जागृति के विकास में किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. आयोजनाध्यक्ष व डीपीएस बोकारो के प्राचार्य एएस गंगवार ने कहा : विज्ञान और तकनीक दुनिया का भविष्य है. उन्होंने उभरते वैज्ञानिकों को मंच प्रदान करने का यह राज्यस्तरीय अवसर डीपीएस बोकारो को मिलना गर्व का विषय बताया. उन्होंने बच्चों के सर्वांगीण विकास में डीपीएस बोकारो की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की.

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बालिका शिक्षा की महत्ता पर ग्रामीण परिवेश की झलक दिखाते नृत्य ने भाव-विभोर किया

सोसाइटी के स्टेट एकेडमिक कोऑर्डिनेटर राजेंद्र कुमार ने बच्चों को हमेशा सीखते रहने की प्रेरणा दी. उन्होंने सोसाइटी द्वारा भविष्य में अधिकाधिक बच्चों को वैज्ञानिक गतिविधियों से जोड़ने की भी बात कही. इसके पूर्व अतिथियों ने तैरता दीप जलाकर कार्यक्रम का उद्घाटन किया. अतिथियों का स्वागत हाथों में पुष्पयुक्त प्रकृति-बंधन के साथ किया गया. विद्यालय की छात्राओं ने स्वागत गीत व विद्यालय गीत की मनोहारी प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. वहीं, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की कड़ी में बालिका शिक्षा की महत्ता पर ग्रामीण परिवेश की झलक दिखाते उनके आकर्षक नृत्य ने सभी को भाव-विभोर कर दिया. धन्यवाद ज्ञापन सोसाइटी के कार्यकारिणी सदस्य एसपी सिंह ने किया.

प्रतिभागियों ने अलग-अलग समूहों में अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए

इस अवसर पर सोसाइटी के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अली इमाम खान, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. एमपी नायक व जिला समन्वयक अरुण कुमार सहित पी. ज्योतिर्मय, आरके कर्ण, पीके झा आदि, विभिन्न जिलों से आए प्रतिभागी, बच्चे उनके शिक्षक तथा निर्णायक मंडल के सदस्यों सहित बड़ी संख्या में शिक्षाविद उपस्थित थे. ‘स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना’ विषय पर आधारित इस कांग्रेस में प्रतिभागियों ने अलग-अलग समूहों में अपने प्रोजेक्ट प्रस्तुत किए, जिनके मूल्यांकन के आधार पर निर्णायक मंडल की ओर से शनिवार को परिणाम घोषित किए जाएंगे.

तीन प्राचार्य को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम बेस्ट प्रिंसिपल अवार्ड

विज्ञान के प्रचार-प्रसार तथा बच्चों में वैज्ञानिक जागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए साइंस फॉर सोसाइटी की नई पहल के तहत होली क्रॉस स्कूल की प्राचार्या सिस्टर कमला पॉल, डीएवी पब्लिक स्कूल, सेक्टर- 6 के प्राचार्य एसके मिश्रा व डीपीएस बोकारो के प्राचार्य एएस गंगवार को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम बेस्ट प्रिंसिपल अवार्ड से सम्मानित किया गया. सुबह में प्रतिभागी बच्चों ने बैंड-ध्वनि के साथ विज्ञान जागरूकता रैली भी निकाली. प्रतिभागियों के लिए साइंस फिल्म प्रदर्शित की गई, वे वैज्ञानिकों से रू-ब-रू हुए तथा संध्याबेला में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया.

रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो

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