झारखंड स्थित डीवीसी के विभिन्न प्रतिष्ठानों व उपकेंद्रों मैथन, पंचेत, कोनार डैम, हजारीबाग, डुमरडीह, तिलैया डैम के भू-दृश्य एवं सौंदर्यीकरण (लैंड स्कैपिंग एंड ब्यूटीफिकेशन) में वर्षों से कार्यरत 125 वानिकी श्रमिकों को बोकारो थर्मल एवं चंद्रपुरा के श्रमिकों के समान मानदेय और सुविधा देने का आदेश मुख्यालय प्रबंधन ने दिया है. अब मैथन के 53, पंचेत के 36, कोनार डैम के 16, तिलैया डैम के 10, हजारीबाग के 05, डुमरडीह के 05 यानी 125 फॉरेस्ट वर्करों के मानदेय में तत्काल लगभग 4000 रुपये प्रतिमाह की बढ़ोतरी होगी. साथ ही, समय-समय पर केंद्रीय महंगाई भत्ता एवं वार्षिक बढ़ोतरी भी होगी. आदेश निर्गत होने से फॉरेस्ट वर्करों में हर्ष का माहौल है.
बोकारो थर्मल व चंद्रपुरा के समान मिलेगा मानदेय
जानकारी के अनुसार, अभी तक श्रमिकों को झारखंड सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र के अकुशल श्रमिकों के लिए निर्धारित न्यूनतम मजदूरी को आधार मान कुल 13,144 रुपये प्रतिमाह मानदेय मिलता है. वहीं बोकारो थर्मल एवं चंद्रपुरा में कार्यरत श्रमिकों को मानदेय-भत्ता सहित वर्तमान में कुल 17,153 रुपये प्रतिमाह डीवीसी सीधे भुगतान करता है. डीवीसी ठेका मजदूर संघ के महामंत्री भरत यादव समान कार्य के बदले समान वेतन की मांग डीवीसी एवं केंद्रीय श्रम विभाग नयी दिल्ली और धनबाद से लगातार कर रहे थे.
मांगों को लेकर डीवीसी के उच्च प्रबंधन और श्रम विभाग से कई दौर की वार्ता हुई थी. पिछले दिनों डीवीसी चेयरमैन आरएन सिंह से वार्ता के बाद यह आदेश मुख्यालय से आया है. आदेश 01 अगस्त 2023 से प्रभावी होगा. श्री यादव ने बताया कि श्रमिकों को एक वर्ष में दो बार रोड एंड बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन की अकुशल श्रेणी के लिए समय-समय पर घोषित केंद्रीय महंगाई भत्ता और प्रतिवर्ष 100 रुपये वार्षिक बढ़ोतरी का लाभ भी मिलेगा.