Jharkhand News : भारतीय नौसेना का गौरव INS Vikrant से क्या है झारखंड के बोकारो स्टील प्लांट का कनेक्शन

Jharkhand News : भारतीय नौसेना में पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत शुक्रवार को शामिल हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश को समर्पित किया. आईएनएस विक्रांत के लिए बोकारो स्टील प्लांट ने 7000 टन डीएमआर ग्रेड स्पेशियलिटी स्टील की आपूर्ति की है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 3, 2022 3:49 PM
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Jharkhand News : भारतीय नौसेना में पहला स्वदेशी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत शुक्रवार को शामिल हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे देश को समर्पित किया. आईएनएस विक्रांत के लिए बोकारो स्टील प्लांट ने 7000 टन डीएमआर ग्रेड स्पेशियलिटी स्टील की आपूर्ति की है. वर्ष 2002 में सबसे पहले यहाँ हॉट स्ट्रिप मिल में इसकी रोलिंग की गई थी. राउरकेला और भिलाई में भी लगभग इसी समय इसका उत्पादन शुरू हुआ था. जहाज के पतवार में बीएसएल का स्टील लगा हुआ है. सेल-बोकारो स्टील प्लांट को गर्व है कि इसने न केवल आईएनएस विक्रांत के महत्वपूर्ण भागों के लिए डीएमआर युद्धपोत ग्रेड स्टील की आपूर्ति की है, बल्कि पिछले 20 वर्षों के दौरान देश में ही युद्धपोत ग्रेड स्टील के उत्पादन से जुड़ी प्रक्रिया में भारतीय नौसेना के साथ अग्रणी भागीदार है. भारत में डिफेंस ग्रेड स्टील के अरम्भिक परीक्षणों में से एक बीएसएल में 2002 की शुरुआत में किया गया था.

अपने योगदान पर गौरवान्वित हैं बोकारो के कर्मवीर

बोकारो से आपूर्ति किए जाने वाले स्टील का इस्तेमाल ज्यादातर युद्धपोत के पतवार में किया गया है. यह भी उल्लेखनीय है कि बोकारो स्टील प्लांट ने एक समर्पित वैक्यूम डीगैसर यूनिट के बिना यह अनूठी उपलब्धि हासिल की है, जो दुनिया में कहीं भी इस तरह के ग्रेड के स्टील के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है. यह राष्ट्र निर्माण के लिए काम करने वाले बीएसएल के इंजीनियरों और श्रमिकों की क्षमता को भी दर्शाता है. डीएमआर ग्रेड स्टील में अत्यधिक संक्षारण प्रतिरोधी (समुद्री जल की लवणता का सामना करने के लिए) युद्धपोत और अन्य समुद्री उपयोगों के लिए विशिष्ट वजन और लचीला गुणों के साथ उच्च शक्ति और -60 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान पर भी बेहतर मजबूती प्रदान करने की विशेषता है. आजादी के 75 साल अमृत काल में बोकारो के कर्मवीर राष्ट्र निर्माण के अपने योगदान पर गौरवान्वित हैं.

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सेल ने की है 30000 टन स्पेशियलिटी स्टील की आपूर्ति

कोचीन शिपयार्ड पर तैयार इस विमान वाहक पोत के लिए सेल की बोकारो सहित बीएसपी और राउरकेला की इकाई ने मिलकर आईएनएस विक्रांत के निर्माण के लिए 30 हजार टन डीएमआर ग्रेड का विशेष लोहा सप्लाई की है. वहीं, भिलाई ने 1700 टन स्टील की आपूर्ति की है. इस युद्धपोत के लिए बल्ब बार को छोड़कर स्पेशियलिटी स्टील की पूरी आपूर्ति सेल के एकीकृत इस्पात संयंत्र बोकारो, भिलाई और राउरकेला ने मिलकर की है. इस पहले स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर के निर्माण के लिए करीब 30000 टन डीएमआर ग्रेड स्पेशियलिटी स्टील की आपूर्ति सेल ने की है. इस स्वदेशी परियोजना के लिए सेल द्वारा आपूर्ति किये गये स्टील में विशेष डीएमआर ग्रेड प्लेट्स शामिल हैं. डीएमआर ग्रेड प्लेट्स को सेल ने भारतीय नौसेना व डीएमआरएल के सहयोग से विकसित किया है. इस युद्धपोत के पतवार व पोत के अंदरूनी हिस्सों के लिए ग्रेड 249 ए व उड़ान डेक के लिए ग्रेड 249 बी की डीएमआर प्लेटों का उपयोग किया गया.

रिपोर्ट : सुनील तिवारी, बोकारो

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