बोकारो जिला अंतर्गत चंद्रपुरा स्टेशन-दुगदा मिडलिंग यार्ड लिंक लाइन (Chandrapura Station-Dugda Middling Yard Link Line) में गुरुवार को चलती अवस्था में एक रेलवे रैक दो हिस्से में बंट गया. संयोग रहा कि इससे किसी तरह की बड़ी घटना नहीं घटी.
गुरुवार की सुबह एक खाली रैक भाया गया-गोमो होकर चंद्रपुरा स्टेशन आया. यहां चालक और गार्ड को बदला गया. उक्त रैक को भोजूडीह जाना था जिसे लिंक लाइन से निकाला गया. लगभग 7: 40 बजे पर पोल संख्या डीजीडी 8/13 के पास अचानक यह रैक दो भागों में बंट गया. अलग बंटने के बाद इंजन के साईड का भाग आगे जाकर रूक गया. उस समय इसका इंजन निमियांमोड़ फाटक से आगे जा चुका था. जबकि संडे मार्केट क्षेत्र में दो अस्थायी रास्ते पर पीछे का भाग कुछ दूर चलने के बाद रूक गया.
संयोग रहा कि जहां वह रूका उससे दूसरे भाग की दूरी 15 फीट थी. यदि स्पीड में पीछे का भाग आगे के भाग से टकरा जाती, तो बड़ी घटना घट सकती थी. क्योंकि सिंगल रेलवे ट्रैक से सटा हुआ यहां दोनों छोर पर घर बने हैं. डिरेल होनेे की स्थिति में बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता. इधर, इंजन के रूकने पर प्रेशर रिलीज होने की संभावना को लेकर जब चालक डिब्बे को देखते हुए पीछे बढ़ा, तो बिरसा बस्ती के आगे रैक दो भागों में बंटा हुआ मिला. दोनों के बीच का कपलिंग खुला हुआ था और प्रेसर पाइप अलग हेाकर उससे प्रेशर रिलीज हो रहा था. चालक व गार्ड ने ग्रामीणों की मदद से इंजन सहित डिब्बों को पीछे लाकर कपलिंग व प्रेसर पाइप को जोड़ा. पायलट ने बताया कि किसी ने वैक्यूम किया होगा, तभी यह रैक दो भागों में बंटा जबकि आसपास के लोगों ने बताया कि मालगाड़ी चलने के क्रम में डिब्बों ने कई बार जोर का झटका लिया और अचानक दोनों ओर के डिब्बे अलग हो गये.
59 डिब्बों वाले इस रैक के डिब्बा संख्या 22121617394 और 22101627863 एक-दूसरे से अलग हो गये. आगे उसके 37 डिब्बे थे जबकि पीछे 22 डिब्बे. ट्रैक में रैक के रूक जाने से निमियांमोड़ के पास स्थायी रास्ता सहित संडे मार्केट का दो अस्थायी रास्ता ब्लाॅक हो गया. लोग एक छोर से दूसरे छोर नहीं जा पा रहे थे. पैदल चल रहे लोग दोनों डिब्बों के बीच वाले खाली भाग से बमुश्किल आते-जाते हुए देखे गये. लगभग 40 मिनट तक रैक के डिब्बे ट्रैक पर खड़ी रही. इस दौरान काफी संख्या में स्कूल जाने को निकले विद्यार्थी समय पर स्कूल नहीं पहुंच सके जबकि कई यात्रियों की ट्रेनें भी छूटी. निमियांमोड़ के पास बड़ा जाम लग गया. सवा आठ बजे के बाद जब रैक गुजरा उसके बाद लोग एक से दूसरे छोर आ-जा सके. इधर, वैक्यूम किये जाने की सूचना के बाद आरपीएफ की टीम रैक के गुजरने के बाद पहुंची और उस जगह को देखा जहां डिब्बे अलग हुए थे. फाटक के गेट मैन से भी उन्होंने जानकारी ली.
रिपोर्ट : विनोद सिन्हा, चंद्रपुरा, बोकारो.