रांची (राणा प्रताप) : धनबाद-कतरासगढ़-चंद्रपुरा रेल लाइन पर फिर से ट्रेनें नहीं चलेंगी. झारखंड हाइकोर्ट ने इस संबंध में दायर जनहित याचिका को शुक्रवार (18 सितंबर, 2020) को खारिज कर दिया. हाइकोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस डॉ रवि रंजन एवं जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद की खंडपीठ ने रेलवे के के जवाब को सही माना और याचिका खारिज कर दी.
रेलवे ने हाइकोर्ट को बताया है कि रेलवे ट्रैक के नीचे भूमिगत खदानों में आग लगी है. इसलिए धनबाद-कतरास-चंद्रपुरा रेल लाइन को खतरा है. ट्रेनें चलाने से कभी भी दुर्घटना हो सकती है. महानिदेशक (खान व सुरक्षा) ने इस संबंध में अपनी रिपोर्ट दे दी है. ऐसी स्थिति में रेलवे परिचालन जारी नहीं रखा जा सकता है. इसी को आधार मानकर कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया. धनबाद-कतरासगढ़-चंद्रपुरा रेल लाइन से जुड़ी हर Hindi News अपडेट रहने के लिए बने रहें हमारे साथ.
ज्ञात हो कि इस रूट पर 15 जून, 2017 से रेल परिचालन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था. इस रूट पर चलने वाली 26 जोड़ी ट्रेनों को या तो बंद कर दिया गया या उसे गोमो होकर डायवर्ट कर दिया गया. सीसीआरएस ने 34 किलोमीटर लंबे धनबाद-चंद्रपुरा रेल रूट पर परिचालन रेलवे की जोखिम पर शुरू करने पर सहमति जतायी थी. उन्होंने इस रूट पर पैसेंजर ट्रेन के लिए 65 किमी प्रति घंटे की अधिकतम रफ्तार तय की थी.
सीसीआरएस ने मालगाड़ियों के लिए अधिकतम रफ्तार 50 किमी प्रति घंटा तय की थी. इसके साथ धनबाद रेल मंडल से इस लाइन पर निगरानी रखने के लिए अलग से एक विशेषज्ञ रखने को कहा था. करीब 20 महीने के इंतजार के बाद रेलवे बोर्ड ने धनबाद-चंद्रपुरा (डीसी) रेल लाइन पर फिर से रेल परिचालन शुरू की इजाजत मिलने के बाद इलाके के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी थी.
इस संबंध में रेलवेबोर्ड नेके आदेश भी जारी करनेसेपहलेकर दिया. इससे पहले चीफ कमिश्नर फॉर रेल सेफ्टी (सीसीआरएस) शैलेश कुमार पाठक ने 31 जनवरी को इस रूट पर परिचालन शुरू करने की एनओसी दी थी. इसके बाद पूर्व मध्य रेलवे ने रेलवे बोर्ड से इस रूट को रेल ट्रैफिक के लिए खोलने की इजाजत मांगी. दिल्ली में बोर्ड सेफ्टी कमेटी की बैठक में इसे ट्रैफिक के लिए खोलने का निर्णय लिया गया.
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लॉकडाउन से पहले धनबाद-चंद्रपुरा लाइन से होकर आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें चल रहीं थीं. इसमें हटिया-पटना पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, हटिया-गोरखपुर मौर्य एक्सप्रेस, इंटरसिटी एक्सप्रेस, दरभंगा-सिकंदराबाद एक्सप्रेस, रांची-जयनगर एक्सप्रेस, हावड़ा-भोपाल साप्ताहिक एक्सप्रेस समेत आधा दर्जन से अधिक ट्रेनें इस रूट से गुजरती थीं.
Posted By : Mithilesh Jha