बेरमो (बोकारो) रामदुलार पंडा. बोकारो में माओवादियों द्वारा अंजाम दिए जाने वाली घटना के पीछे की वजह लेवी बताई जा रही है. इधर गोला में भी हुई घटना के पीछे इसी वजह का जिक्र किया गया है. ऐसे में पुलिस इन दोनों घटनाओं के पीछे कनेक्शन का भी अंदाजा लगा रही है.
जानकारी के मुताबिक, अइयर गांव के पास एक पानी टंकी निर्माणाधीन है और पेयजलापूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाया जा रहा है. बताया जा रहा है कि इसी निर्माणाधीन पेयजलापूर्ति योजना के एवज में तय लेवी नहीं मिलने की बात सामने आ रही है. घटना को अंजाम देने के बाद उग्रवादी भी जोर-जोर से कह रहे थे कि जो पाइपलाइन में काम करेगा, उसके साथ यही अंजाम होगा.
मालूम हो 7 अप्रैल की रात माओवादियों ने केरी (टीकाहारा) में एक जेसीबी और चार ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया था. ये सभी वाहन रामलोचन साव उर्फ लीला साव के थे. दरअसल, लीला साव के ये वाहन पेयजलापूर्ति के लिए पाइपलाइन के काम में लगे थे. इसलिए उन्होंने लीला साव के वाहन फूंक दिए.
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घटना के बाद देर रात ही एसडीपीओ सतीशचंद्र झा की अगुवाई में गोमिया, महुआटांड़, जगेश्वर बिहार व ललपनिया थाना की पुलिस सहित सीआरपीएफ जवान घटनास्थल पहुंचे. उन्होंने प्रारंभिक जांच पड़ताल की और छापेमारी अभियान भी चलाया.
वहीं, शनिवार को एसपी चंदन झा, सीआरपीएफ के कमांडेंट कमलेंद्र प्रताप सिंह भी केरी पहुंचे और घटनास्थल का मुआयना किया. लोगों से पूछताछ भी की. मालूम हो कि केरी की घटना से ठीक पहले गोमिया से सटे रामगढ़ के गोला अंतर्गत परसाडीह में निर्माणाधीन पुल में लगी दो जेसीबी और तीन ट्रैक्टर भी जलाए गए थे. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस इन दोनों घटनाओं की कड़ियों को जोड़ कर भी देख रही है.
जानकारी के मुताबिक, रामगढ़ एसपी पीयूष पांडेय व बोकारो एसपी चंदन झा ने दोनों घटनाओं के मद्देनजर नक्सलियों की टोह लेने को मंथन किया है. क्षेत्र के एक थाने में दोनों एसपी ने बैठक कर रणनीति बनाई है.
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जानकारी के मुताबिक, भाकपा माओवादी के सेक सदस्य व झुमरा-लुगू में सक्रिय बिरसेन मांझी उर्फ काना के दस्ता ने दोनों घटनाओं को अंजाम दिया है. इस पर 25 लाख का इनाम घोषित है और बीते दिनों सरेंडर कर चुका मिथिलेश सिंह से संगठन में सीनियर है. केरी की घटना में एक महिला नक्सली सहित चार से पांच नक्सलियों के शामिल होने की बात कही जा रही है. केरी की घटना के बाद से लोगों में दहशत व्याप्त है. काफी अरसे बाद इस इलाके में कोई नक्सली घटना हुई है. ललपनिया थाना में केरी घटना की बाबत केस दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही थी.