गोमिया की कैंसर पीड़िता को सीएम ने दिये 2 लाख रुपये, पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने सौंपा मांग पत्र

गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराते हुए मांग पत्र भी दिए. जिस पर सीएम ने तत्वरित निष्पादन करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही गोमिया की रहने वाली दिव्या मुर्मू के इलाज के लिए दो लाख रुपये भी दिये.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 20, 2022 11:13 AM

Bokaro News: गोमिया के पूर्व विधायक योगेंद्र प्रसाद ने सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भेंट की. उन्होंने अपनी इस मुलाकात के दौरान गोमिया विधानसभा क्षेत्र की ज्वलंत समस्याओं से उन्होंने अवगत कराया. साथ ही समस्या के निदान का अनुरोध करते हुए मांग पत्र सौंपा. अपनी मुलाकात के दौरान उन्होंने गोमिया प्रखंड के सिमरा धवैया गांव निवासी नरेश चंद्र मांझी की पुत्री दिव्या मुर्मू (20 वर्ष) के संबंध में बताया कि पिछले 8 वर्षों से युवती कैंसर से जूझ रही है. गरीब होने के कारण ढंग से इलाज नहीं करा पा रही है. उनकी बात सुनने के बाद सीएमसी वेलोर में इलाज के लिये मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सीएम ने तत्काल 2 लाख रुपये दिव्या को भुगतान करने का निर्देश दिया है.

क्षेत्र की समस्याओं से कराया अवगत

मुलाकात के दौरान उन्होंने आइइएल गोमिया स्थित आवास बोर्ड धनबाद के अधीन मकानों को वहां 25-30 वर्षों से निवास कर रहे लोगों को भाड़ा सह क्रय के आधार पर आवंटित कर राहत देने, तेनुघाट बांध प्रमंडल तेनुघाट में कार्यरत 23 विस्थापित सुरक्षाकर्मियों की सेवा बनाये रखने, तेनुघाट बांध प्रमंडल तेनुघाट सरहचिया पंचायत अंतर्गत खाली पड़े जमीन को साधारण शुल्क(लीज) में देने, टीवीएनएल/टीटीपीएस में अनियमित रूप से नियुक्त व कार्यरत कर्मियों की सेवा नियमितीकरण कराने का आग्रह किया है.

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मुख्यमंत्री ने त्वरित निष्पादन के दिए निर्देश

मांग पत्र के माध्यम से उन्होंने बताया कि जैनामोड़ क्षेत्र नोटिफाइड एरिया होने के बावजूद जेके टिंबर को बोकारो वन प्रमंडल द्वारा जबरन बंद करा दिए जाने तथा झारखंड राज्य विद्युत बोर्ड के नियोजन संख्या 01/2006 के तहत बहाल प्रमोद कुमार नायक सहायक कार्यपालक अभियंता प्रशिक्षु से 10 वर्ष तक लगातार सेवा लेने के पश्चात वर्ष 2017 से कार्य नहीं लेने की शिकायत भी की है. पूर्व विधायक ने बताया कि मुख्यमंत्री ने सौंपे गये मांग पत्रों के त्वरित निष्पादन को सचिव को निर्देशित किया है.

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