Bokaro Update News, Jharkhand Crime News बोकारो : बोकारो के जैना मोड़ व चास में छापामारी कर पुलिस ने छह किलो 300 ग्राम अमेरिकन यूरेनियम बरामद किया है. बरामद पैकेट पर मेड इन अमेरिका लिखा हुआ है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 19 करोड़ रुपये से ज्यादा बतायी जा रही है. इस मामले में सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है. झारखंड में इतनी बड़ी मात्रा में यूरेनियम की बरामदगी पहली बार हुई है.
नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) की सूचना पर बोकारो पुलिस ने उक्त कार्रवाई की है. यूरेनियम की खरीद-बिक्री प्रतिबंधित है. हालांकि पकड़े गये गिरोह का मुख्य सप्लायर गिरिडीह जिले के निमियाघाट निवासी इशहाक उर्फ मुन्ना अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. गिरफ्तार आरोपियों ने बोकारो पुलिस को बताया है कि प्रतिबंधित यूरेनियम की एक खेप पुरुलिया के जयपुर थाना क्षेत्र के सिद्धी निवासी दिनेश महतो के पास भी है. इस तस्करी के पीछे आतंकी कनेक्शन का अंदेशा व्यक्त किया जा रहा है.
झारखंड पुलिस बरामद यूरेनियम के सैंपल को जांच के लिए जादूगोड़ा स्थित यूरेनियम कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के लैब भेजेगी. बरामद यूरेनियम रिसाइक्लिंग के बाद फर्स्ट फेजवाला येलो केक यूरेनियम प्रतीत होता है.
चास के मेन रोड निवासी बापी दा उर्फ बापी चंद्रा, जरीडीह थाना क्षेत्र के जैनामोड़-फुसरो रोड सब्जी मंडी गली निवासी अनिल सिंह, हरला थाना क्षेत्र के ग्राम रानीपोखर पुरनाटांड़ निवासी दीपक कुमार महतो, हरला थाना क्षेत्र के ग्राम चौफांद निवासी पवन कुमार,
चीरा चास के वास्तु विहार फेज संख्या-दो रोड संख्या-दो आवास संख्या-जेई-14 निवासी कृष्णकांत, बालीडीह थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर हैसाबातू निवासी हरेराम शर्मा व हरला थाना क्षेत्र के ग्राम चिटाही निवासी महावीर महतो उर्फ बलराम महतो शामिल हैं. अनिल के पास से नौ-नौ सौ ग्राम का यूरेनियम का दो पैकेट व जैनामोड़ निवासी अनिल के मौसा मनिलाल सिंह के आवास में छिपाकर रखा गया साढ़े चार किलो यूरेनियम बरामद किया गया है.
एनआइए की सूचना पर हुई कार्रवाई, मुख्य सरगना फरार
गिरिडीह के निमियाघाट निवासी इशहाक है मुख्य सप्लायर
पुरुलिया निवासी दिनेश महतो के पास भी रखा हुआ है यूरेनियम
डर्टी बम में प्रयोग कर तबाही मचा सकते हैं आतंकी
यूरेनियम का उपयोग परमाणु बम सहित अन्य विस्फोटकों को तैयार करने में होता है. लेकिन आतंकी संगठन यूरेनियम का उपयोग डर्टी बम के रूप में कर सकते हैं. डर्टी बम में कुछ मात्रा यूरेनियम का मिला देने पर वह अत्यंत विध्वंसक साबित होता है. हालांकि जांच पूरी होने के बाद सही तथ्य सामने आयेंगे.
बोकारो पुलिस की यह अच्छी सफलता है. हमारी टीम का प्रयास मामले की तह में जाकर जांच कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी है.
-नीरज सिन्हा, डीजीपी, झारखंड
Posted By : Sameer Oraon