झारखंड के शिक्षा मंत्री चेन्नई के MGM हॉस्पिटल से हुए डिस्चार्ज, फ्लैट में हुए शिफ्ट
Jharkhand News, Bokaro News, बेरमो / फुसरो नगर (बोकारो) : चेन्नई के MGM हेल्थ केयर हॉस्पिटल में इलाजरत झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की सभी तरह की जांच रिपोर्ट आने के बाद पूरी तरह स्वस्थ पाया. इसके बाद ही उन्हें डिस्चार्ज किया गया. हॉस्पिटल से वह एक निजी वाहन से फ्लैट तक गये. शिक्षा मंत्री खुद हॉस्पिटल से चलकर बाहर निकले और वाहन पर बैठे. वे फिलहाल घर लौटने की बजाय अभी 15 दिन चेन्नई में ही रुक सकते हैं.
Jharkhand News, Bokaro News, बेरमो / फुसरो नगर (बोकारो) : झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को MGM हेल्थ केयर हॉस्पिटल, चेन्नई से मंगलवार (9 फरवरी, 2021) को डिस्चार्ज हो गये हैं. हॉस्पिटल से शिक्षा मंत्री चेन्नई के एक फ्लैट में शिफ्ट हुए हैं. बताया जाता है कि अस्पताल से थोड़ी दूर स्थित एक फ्लैट में ही कुछ दिन रुकेंगे इसके बाद झारखंड आयेंगे.
चेन्नई के MGM हेल्थ केयर हॉस्पिटल में इलाजरत झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की सभी तरह की जांच रिपोर्ट आने के बाद पूरी तरह स्वस्थ पाया. इसके बाद ही उन्हें डिस्चार्ज किया गया. हॉस्पिटल से वह एक निजी वाहन से फ्लैट तक गये. शिक्षा मंत्री खुद हॉस्पिटल से चलकर बाहर निकले और वाहन पर बैठे. वे फिलहाल घर लौटने की बजाय अभी 15 दिन चेन्नई में ही रुक सकते हैं.
4 महीने 11 दिन के बाद मंगलवार (9 फरवरी, 2021) को पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद हॉस्पिटल से बाहर निकले हैं. मंत्री श्री महतो को अस्पताल से छुट्टी दिये जाने को लेकर अस्पताल के चिकित्सक विशेषज्ञों ने सोमवार (8 फरवरी, 2021) को पत्रकारों के सामाने उनके स्वास्थ्य में हुए सुधार को लेकर एक बुलेटीन जारी किया था. जिसमें MGM हेल्थ केयर के कार्डिएक साइंसेस के अध्यक्ष व निदेशक केआर बालाकृष्णन ने कहा कि मंत्री जी अब स्वस्थ हो गये है. उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल रही है. कुछ रिपोर्ट नहीं आ पाने के कारण एक दिन के लिए रोक लिया गया था.
मालूम हो कि विगत 28 सितंबर, 2020 को शिक्षा मंत्री कोरोना संक्रमित हुए थे. जिसके बाद रिम्स में भर्ती कराया गया था. यहां ठीक नहीं होने पर उन्हें रांची स्थित मेडिका ले जाया गया था. लेकिन, यहां भी स्थिति में सुधार नहीं होने पर 19 अक्टूबर, 2020 को एयर एंबुलेंस से चेन्नई ले जाया गया था. 28 अक्टूबर, 2020 को उन्हें ट्रेकियोस्टोमाइज्ड किया गया. जब सीटी स्कैन में फेफड़ों में कोई सुधार नहीं दिखा, तो उन्हें फेफड़े के प्रत्यारोपण के लिए भर्ती किया गया.
ECMO पर 23 दिनों के बाद उन्हें 10 नवंबर, 2020 को फेफड़े के प्रत्यारोपण से गुजरना पड़ा. 8 दिसंबर, 2020 को मशीनी वेंटलेशन से हटा दिया गया था. अंत में 1 जनवरी, 2021 को उनकी ट्रेकियोस्टोमी को हटा दिया गया था. मौके पर मंत्री के साथ उनके भाई सह निवर्तमान मुखिया वासुदेव महतो, आप्त सचिव लोकेश्वर महतो, जयलाल महतो, भतीजा दीवाकर महतो उपस्थित थे.
Posted By : Samir Ranjan.