Jharkhand Education Minister Jagarnath Mahto Health Update: बेरमो/फुसरो (राकेश वर्मा) : झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो कोरोनावायरस के गंभीर संक्रमण को मात देकर दो दिन बाद अस्पताल से डिस्चार्ज हो जायेंगे. कोरोना से संक्रमित होने के बाद उनके फेफड़े में गंभीर संक्रमण फैल गया था, जिसकी वजह से उनका फेफड़ा ट्रांसप्लांट करना पड़ा. अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और 8 फरवरी को चेन्नई के एमजीएम हेल्थ केयर हॉस्पिटल से उन्हें छुट्टी दे दी जायेगी.
शिक्षा मंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक को संक्रमण की वजह से चार महीने से अधिक समय तक चेन्नई के अस्पताल में बिताना पड़ा. 19 अक्टूबर 2020 को उन्हें रांची के मेडिका अस्पताल से एयरलिफ्ट करके एमजीएम चेन्नई में भर्ती कराया गया था. सूत्र बता रहे हैं कि शिक्षा मंत्री अस्पताल से छुट्टी मिलने के तुरंत बाद झारखंड नहीं आयेंगे. अभी वह 15 दिन तक वहीं रह सकते हैं.
मंत्री जगरनाथ महतो ने शनिवार को प्रभात खबर को बताया कि अब वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं. बेहतर महसूस कर रहे हैं. सोमवार को अस्पताल से छुट्टी मिल जायेगी. अब उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं है. चलने-फिरने लगे हैं. व्यायाम भी कर रहे हैं. भोजन भी खुद ले रहे हैं. जैसे ही क्षेत्र के लोगों को खबर मिली कि झारखंड टाइगर को अस्पताल से छुट्टी मिलने वाली है, उनके समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गयी.
Also Read: झारखंड : शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़ा ट्रांसप्लांट में लगे 30 लाख रुपये, इलाज पर 80 लाख खर्च का अनुमानयहां बताना प्रासंगिक होगा कि जब से शिक्षा मंत्री बीमार पड़े, उसके बाद से ही उनके समर्थक लगातार उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए पूजा-पाठ का आयोजन करते रहे हैं. चेन्नई जाकर लोगों ने उनका हाल-चाल जाना. समर्थकों से श्री महतो ने अपील की है कि वे जल्द ही अपने लोगों के बीच होंगे. अपने राज्य और अपने क्षेत्र में होंगे. किसी को चेन्नई आने की जरूरत नहीं है. फिलहाल चेन्नई में मंत्री के साथ उनके भाई सह निवर्तमान मुखिया वासुदेव महतो, आप्त सचिव लोकेश्वर महतो, जयलाल महतो, भतीजा दिवाकर हैं.
28 सितंबर 2020 को मंत्री जगरनाथ महतो कोरोना से संक्रमित हुए थे. उन्हें रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया. तबीयत बिगड़ने पर उन्हें मेडिका शिफ्ट कर दिया गया. वहां उनकी सेहत और बिगड़ती गयी. इसके बाद 19 अक्टूबर 2020 को एयर एंबुलेंस से चेन्नई एमजीएम शिफ्ट कर दिया गया.
28 अक्टूबर 2020 को जगरनाथ महतो को ट्रेकियोस्टोमाइज्ड किया गया. जब सीटी स्कैन में फेफड़ों में कोई सुधार नहीं दिखा, तो उनके फेफड़े को प्रत्यारोपित करने का फैसला किया गया. एकमो मशीन पर रहने के 23 दिन बाद उन्हें 10 नवंबर 2020 को फेफड़े के प्रत्यारोपण से गुजरना पड़ा.
8 दिसंबर 2020 को वेंटिलेटर सपोर्ट से हटा दिया गया. बाद में 1 जनवरी 2021 को उनकी ट्रेकियोस्टोमी को भी हटा लिया गया. अब उनकी सेहत बिल्कुल ठीक है.
शनिवार शाम को जमशेदपुर के भाजपा सांसद विद्युत वरण महतो व गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने मंत्री जगरनाथ महतो से एमजीएम चेन्नई अस्पताल के जेनरल वार्ड में जाकर मुलाकात की. चिकित्सकों से मंत्री के स्वास्थ्य की जानकारी ली. मंत्री श्री महतो ने कहा कि सभी की दुआ से स्वस्थ हो गये हैं. जल्द ही क्षेत्र में लौट रहे हैं. दोनों सांसदों ने मंत्री श्री महतो के साथ काफी देर तक बातचीत की.
Posted By : Mithilesh Jha