10.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

झारखंड औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 से फिर स्थापित होगी औद्योगिक पहचान, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर, हेमंत सरकार का ये है रोड मैप

Jharkhand News, Ranchi News, रांची न्यूज : वस्त्र और परिधान, खाद्य और मांस प्रसंस्करण, फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोटरवाहन और इलेक्ट्रिक व्हीकल को उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में चिन्हित कर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 के व्यापक विस्तार को लेकर रोड मैप तैयार किया है. इस कड़ी को और सशक्त करने के उदेश्य से हाल ही में दिल्ली और राजधानी रांची में स्टेकहोल्डर्स से राज्य सरकार रूबरू हुई थी और अपने उद्देश्य से देशभर के उद्योगपतियों को अवगत कराया था. इस दौरान मुख्यमंत्री ने झारखंड में निवेश के लिए उद्योगपतियों को आमंत्रित किया था और कहा था कि वे हर कदम पर उनके साथ खड़े हैं.

Jharkhand News, Ranchi News, रांची न्यूज : वस्त्र और परिधान, खाद्य और मांस प्रसंस्करण, फार्मास्यूटिकल्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोटरवाहन और इलेक्ट्रिक व्हीकल को उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों के रूप में चिन्हित कर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 के व्यापक विस्तार को लेकर रोड मैप तैयार किया है. इस कड़ी को और सशक्त करने के उदेश्य से हाल ही में दिल्ली और राजधानी रांची में स्टेकहोल्डर्स से राज्य सरकार रूबरू हुई थी और अपने उद्देश्य से देशभर के उद्योगपतियों को अवगत कराया था. इस दौरान मुख्यमंत्री ने झारखंड में निवेश के लिए उद्योगपतियों को आमंत्रित किया था और कहा था कि वे हर कदम पर उनके साथ खड़े हैं.

झारखंड औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 का प्रारुप जारी किया जा चुका है और स्टेकहोल्डर्स की बैठक के माध्यम से औद्योगिक नीति में जोड़े गए नए प्रावधानों पर निवेशकों की राय जानने का प्रयास किया गया था, ताकि उनकी धारणा को जानने के बाद नीतिगत निर्णय लिये जा सकें. इस नीति के माध्यम से सरकार का लक्ष्य राज्य के पिछड़े स्थानों में औद्योगीकरण का विस्तार करना है. पूर्व में लागू औद्योगिक प्रोत्साहन नीति के कार्यान्वयन में जो भी बाधाएं आयी हैं, उन्हें इस नीति के तहत दूर को लेकर तेजी से काम किया जा रहा है.

Also Read: Naukri 2021 : टाटा स्टील कर्मचारियों के पुत्रों को होली की सौगात, 10 साल बाद होने जा रही है नियुक्ति, यहां है पूरी जानकारी

झारखंड के लिए एक नई पहचान विकसित करने के विजन के साथ सरकार फूड और मांस प्रोसेसिंग पार्क का निर्माण कर रही है. बरही औद्योगिक क्षेत्र खाद्य प्रसंस्करण उद्योग के हब के रूप में तब्दील होगा. खाद्य और मांस प्रसंस्करण इकाइयों के लिए 36 एकड़ से अधिक भूमि आरक्षित की गई है. 13 प्रस्तावित भूखंड खाद्य प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने के इच्छुक निवेशकों के लिये हैं. अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति वर्ग के निवेशकों के लिए आरक्षित की जाने वाली 11.85 एकड़ भूमि का प्रावधान किया गया है. इनमें से 50 प्रतिशत भूखंड पहले ही आवंटित किए जा चुके हैं.

Also Read: आदिवासियों व दलितों की बेहतर शिक्षा को लेकर सीएम हेमंत सोरेन का ये है प्लान, एनीमिया एवं कुपोषण से मुक्ति के लिए दोहराया ये संकल्प

सरकार का लक्ष्य इस पहल के जरिए झाखंड में 250 करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित करना है. इससे छह हजार प्रत्यक्ष और बीस हजार अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे. निवेश के अनुकूल माहौल बनाने के लिए सरकार की योजना एसजीएसटी में 5 साल तक के लिए 100 प्रतिशत छूट के साथ नए उद्यमियों, स्टार्टअप, लघु उद्योगों की मदद करने की भी है, जबकि बड़े उद्योगों के लिए यह प्रावधान क्रमश: सात और नौ साल के लिए लागू होगा.

Also Read: झारखंड में मैट्रिक का एडमिट कार्ड आज से नहीं हो रहा डाउनलोड, ये है वजह, पढ़िए लेटेस्ट अपडेट

रांची के चान्हो प्रखंड में फार्मा पार्क और फूड प्रोसेसिंग पार्क बनाने की दिशा में उद्योग विभाग काम कर रहा है. विभाग ने फार्मा पार्क बनाने के लिए 35 एकड़ का ओपन एरिया आरक्षित किया है. योजना के अनुसार सरकार ने सूक्ष्म, लघु, मध्यम और बड़े पैमाने पर फार्मा उद्योगों को आवंटन के लिए 55 भूखंड प्रस्तावित किया है. कुल 55 भूखंड में 30 भूखंड माइक्रो फार्मा उद्योग के लिए आरक्षित हैं. छोटी इकाइयों के लिए 14 भूखंड, मध्यम इकाइयों के लिए सात भूखंड और चार भूखंड बड़े पैमाने पर इकाइयों के लिए आरक्षित हैं. फार्मा पार्क प्रशासनिक भवन कैंटीन, यूटिलिटी बिल्डिंग, ईटीपी, सड़क, ड्रेनेज सिस्टम, पुल, स्ट्रीट लाइट सहित बुनियादी ढांचागत सुविधाओं से लैस होगा.

Also Read: झारखंड के हजारीबाग में मेगालिथ पत्थरों के बीच सूर्योदय का अद्भुत नजारा, देखिए exclusive तस्वीरें

झारखंड औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 के इस प्रारुप में पूर्व की नेट, वैट एवं जीएसटी प्रोत्साहन को बढ़ा कर 100 प्रतिशत कर दिया गया है. साथ ही पिछड़े क्षेत्रों में अतिरिक्त एक प्रतिशत ब्याज सब्सिडी का प्रस्ताव दिया है, ताकि इस प्रोत्साहन से राज्य में निवेश को लेकर आ रहे औद्योगिक इकाइयों को वित्तीय राहत मिल सके. सरकार का उद्देश्य स्पष्ट है कि कोरोना ने औद्योगिक उत्पादन में संकट पैदा किया है. लोगों के रोजगार उपलब्ध कराना है. ऐसे सभी उद्योगों को पुनर्जीवित करना, लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना और झारखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में औद्योगिक विकास को प्राथमिकता देना है. सरकार का मानना है कि जिस झारखंड में उद्योग स्थापित कर उद्योगपतियों ने पूरे विश्व में अपनी पहचान स्थापित की, उस झारखंड की पहचान औद्योगिक क्षेत्र में फिर से स्थापित हो.

Also Read: दुमका के सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी का पेशकार 5 हजार घूस लेते गिरफ्तार, एंटी करप्शन ब्यूरो ने रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा

Posted By : Guru Swarup Mishra

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें