झारखंड की कांड्रा पंचायत बनेगी मॉडल, 150 करोड़ रुपये से होगा कायाकल्प
झारखंड के बोकारो जिले के चास की कांड्रा पंचायत का कायाकल्प होगा. 150 करोड़ से इसकी तस्वीर बदलेगी. ग्राम पंचायत स्पेशल डेवलपमेंट प्लान के तहत आदर्श पंचायत बनाने की योजना है.
चास (बोकारो) : केंद्र सरकार ने ग्राम पंचायत स्पेशल डेवलपमेंट प्लान के तहत आदर्श पंचायत बनाने के लिए 13 राज्यों में से 32 ग्राम पंचायतों का चयन किया है. इसमें झारखंड के रांची जिला के नेवरी एवं बोकारो के चास प्रखंड की कांड्रा पंचायत शामिल है. ग्राम पंचायतों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रति पंचायत को 150 करोड़ से भी ज्यादा राशि खर्च करने की योजना है. पिछले दिनों बीआईटी मेसरा में बैठक हुई थी. चायती राज मंत्रालय के केंद्रीय सचिव सुनील कुमार की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी थी. इसमें इन्होंने डीपीआर बनाने का निर्देश दिया था. इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए संचालन समिति बनायी गयी है.
कांड्रा पंचायत के लिए डीपीआर बनाने का दिया था निर्देश
19 जून को पंचायती राज मंत्रालय के केंद्रीय सचिव सुनील कुमार की अध्यक्षता में रांची के बीआइटी मेसरा में बैठक हुई थी. कांड्रा पंचायत के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया गया था. कांड्रा पंचायत के प्रतिनिधि के रूप में डाॅ विमल चंद्र राय ने भाग लिया था.
बनायी गयी है संचालन समिति
योजना को धरातल पर उतारने के लिए संचालन समिति बनायी गयी है. पंसस उपेन पाण्डेय को अध्यक्ष, चास प्रखंड बीस सूत्री सदस्य महावीर सिंह, झारखंड आंदोलनकारी राजदेव महथा, मुखिया मंजु देवी, पूर्व मुखिया नरेश सिंह चौधरी, सरावन राय, पूर्व सरपंच गयाराम सिंह चौधरी, जिप सदस्य मीना देवी, अखिलेश्वर प्रसाद महतो, शत्रुघन महतो, शिबू सिंह चौधरी, विक्रम महतो, हरिपद महतो, पांडव सिंह चौधरी, कन्हैया पाण्डेय, विभूति पांडेय, रतन गोप, रसिक राय, बंशी बाउरी, अनूप पांडेय, अंबुज सिंह चौधरी, अजीत पांडेय, झारखंड महथा, खलील अंसारी, शिबू मोदी, जीतू बाउरी, शमसुद्दीन अंसारी सहित अन्य को सदस्य बनाया गया है.
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