Jharkhand Naxal News: 1 करोड़ के इनामी समेत 7 नक्सली झारखंड पुलिस के रडार पर, इन इलाकों में है सक्रिय

Jharkhand Naxal News: झारखंड में एक करोड़ के इनामी समेत 7 नक्सली पुलिस की रडार पर हैं. इन सभी नक्सलियों का दस्ता पारसनाथ पहाड़ से झुमरा पहाड़ तक सक्रिय है.

By Sameer Oraon | January 17, 2025 6:33 PM
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बोकारो, रंजीत कुमार: बोकारो पुलिस के रडार पर फिलहाल सात नक्सली हैं. जिस पर सबसे अधिक फोकस है उसका नाम विवेक है, उस पर एक करोड़ की राशि का इनाम है. विवेक सहित अन्य छह नक्सलियों का दस्ता पारसनाथ पहाड़ से झुमरा पहाड़ लगातार तक भ्रमण करता रहता है. इन सभी छह नक्सलियों पर पांच लाख से 15 लाख तक का इनाम है. जल्द ही सभी पुलिस के गिरफ्त में होंगे. यह बातें शुक्रवार को बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने कैंप दो कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही.

पुलिस नक्सल प्रभावित इलाकों में चला रही है अभियान

बोकारो एसपी मनोज स्वर्गियारी ने कहा कि एसपीओ में शामिल पुलिस अधिकारी सप्ताह में दो से तीन बार नक्सल प्रभावित क्षेत्र में अभियान चला रहे हैं. स्थानीय लोगों का साथ भी पुलिस अधिकारियों को मिल रहा है. पिछले दिनों चतरोचट्टी में पुलिया निर्माण में लगी एक कंपनी के मुंशी का अपहरण कर लिया गया था. इसमें उनलोगों ने खुद को नक्सली संगठन का सदस्य बताया था. हालांकि मुंशी को उनके चंगुल से मुक्त करा लिया गया था. फिलहाल पुलिया निर्माण कार्य में लगी कंपनी क्षेत्र में बेधड़क काम कर रही है.

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तीन नक्सलियों ने किया था आत्मसमर्पण

पुलिस अधीक्षक मनोज स्वर्गियारी ने बताया कि बोकारो पुलिस के समक्ष तीन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. एक नक्सली को सरकार की ओर से एक करोड़ की राशि, घर बनाने के लिए जमीन, इंश्योरेंस समेत परिवार के भरण पोषण के लिए समुचित व्यवस्था कर दी गयी है. दो नक्सलियों को सभी तरह की सुविधा प्रदान करने को लेकर पुलिस पहल कर चुकी है. जल्द ही उन्हें भी सभी सुविधा प्रदान कर दी जायेगी. समाज के मुख्यधारा से भटककर नक्सली गतिविधियों में शामिल युवक खुद और परिवार के सुखद भविष्य के लिए पुलिस के समक्ष सरेंडर कर दें. सरकार उनके भविष्य को सुखद बनायेगी.

आत्मसमर्पण ही सुखद भविष्य का रास्ता

एसपी मनोज स्वर्गियारी ने कहा कि नक्सली आत्मसमर्पण कर सुखी जीवन व्यतीत कर सकते है. यदि आत्मसमर्पण नहीं करेंगे, तो पुलिसिया कार्रवाई में मारे जायेंगे. कब तक जंगल में भटकते रहेंगे. सरकार ने घोषणा कर रखी है कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को समाज के मुख्यधारा में लौटने में मदद की जायेगी. साथ ही आर्थिक मदद के साथ-साथ परिवार का भी ध्यान रखा जायेगा. अब नक्सलियों की सोचने की बारी है कि सुखद भविष्य चाहिए या दु:खद अंत.

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