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हजारीबाग वेटनरी हॉस्पिटल में 24 घंटे मिलने वाली सेवा बंद, 7 महीने से परेशान हैं कई जिले के पशुपालक

Jharkhand News, Hazaribagh News : हजारीबाग में प्रांतीयकृत पशु चिकित्सालय पिछले 7 महीने से बंद है, लेकिन इसकी सुध किसी को नहीं है. वेटनरी हॉस्पिटल के बंद होने से हजारीबाग समेत रामगढ़, कोडरमा और चतरा के पशुपालकों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.

Jharkhand News, Hazaribagh News, हजारीबाग (मो आरिफ) : हजारीबाग शहर के कल्लू चौक स्थित प्रांतीयकृत पशु चिकित्सालय (Provincial Veterinary Hospital) में 7 माह से सेवा बंद है. जिससे हजारीबाग, चतरा, कोडरमा व रामगढ़ के पशुपालक एवं किसान परेशान हैं. किसान और पशुपालकों के पालतू जानवर कुत्ता, बिल्ली, गाय, बकरी समेत पशु- पक्षी का इलाज समय पर नहीं हो रहा है. किसान एवं पशुपालकों की सुविधा का ख्याल रखते हुए वेटनरी हॉस्पिटल घोड़ा अस्पताल में 24 X 7 सेवा की शुरुआत 17 दिसंबर, 2017 को हुई थी. तत्कालीन डीसी रविशंकर शुक्ल ने मॉडल के रूप में इसकी शुरुआत हजारीबाग से की थी. इसे राज्य के दूसरे जिलों में लागू करना था. बगैर डीसी के आदेश के बीते 7 माह से 24 X 7 सेवा बंद है.

हजारीबाग में प्रांतीयकृत पशु चिकित्सालय पिछले 7 महीने से बंद है, लेकिन इसकी सुध किसी को नहीं है. वेटनरी हॉस्पिटल के बंद होने से हजारीबाग समेत रामगढ़, कोडरमा और चतरा के पशुपालकों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.

लाखों रुपये खर्च कर लगाये गये उपकरण

सातों दिन और चौबिसों घंटे (24 X 7) सेवा के लिए वेटनरी हॉस्पिटल में उपकरण व दवा की खरीदारी पर 50 लाख खर्च कर कीमती अल्ट्रासाउंड एक्स-रे मशीन लगायी गयी. दवा खरीदी गयी है. सेवा बंद रहने से मशीन एवं दवा हॉस्पिटल की शोभा बनकर रह गयी है. अंग्रेजी हुकूमत के समय खुली वेटनरी हॉस्पिटल में समीपवर्ती जिला धनबाद, गिरिडीह एवं बोकारो के किसान एवं पशुपालक अपने जानवरों को इलाज कराने के लिए अभी भी आते हैं.

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सेवा चालू थी, तो गरीब किसानों को मिल रहा था लाभ

वेटनरी हॉस्पिटल के होने से बीमार पालतू जानवरों को 24 घंटे इलाज हो रहा था. किसान किसी भी समय वेटनरी हॉस्पिटल से टेलीफोन परामर्श ले रहे थे. जानवरों का अल्ट्रासाउंड से लेकर एक्स- रे किया जा रहा था. समय पर दवा खिलाकर जानवर को ठीक किया जा रहा था. समय- समय पर जानवरों को एंटी रेबीज वैक्सीन लग रहा था. इससे गरीबों को लाभ मिल रहा था. ये सारी सुविधाएं तत्काल बंद है.

कई कर्मियों को पद के अनुसार कार्य आवंटित नहीं

जिला पशुपालन पदाधिकारी एक ओर कर्मियों के नहीं होने का रोना रो रहे हैं, तो वहीं जिला पशुपालन कार्यालय में प्रधान लिपिक पद पर कार्यरत होने के बावजूद 24 X 7 पशु औषधालय (Animal dispensary) में पशुधन सहायक के पद पर पदस्थापित महेश कुमार को प्रतिनियुक्त कर 10 वर्षों से प्रधान लिपिक का काम ले रहे हैं. वहीं, प्रधान लिपिक संजय कुमार को पत्र जारी व डिस्पैच करने के कार्य में लगा दिया गया है. सहायक आशीष कुमार को भी पद के अनुसार कार्य आवंटित नहीं है. इस संबंध में झामुमो नेता ने मोहम्मद निशार अहमद ने जिला प्रशासन से इसकी जांच कर कार्रवाई की मांग की है.

एंटी रैबीज वैक्सीन नहीं

वेटनरी हॉस्पिटल सहित जिले के 11 हॉस्पिटल में 6 माह से एंटी रैबीज वैक्सीन (Anti rabies vaccine) नहीं है. किसान बाहर बाजार से एंटी रेबीज वैक्सीन लेने को विवश हैं.

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वेटनरी हॉस्पिटल में फिलहाल 24 X 7 सेवा उपलब्ध नहीं है : डॉ विक्टर शाह

इस संबंध में वेटनरी डॉक्टर विक्टर शाह ने कहा कि अस्पताल में सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक जानवरों का इलाज किया जा रहा है. इसकी सूचना विभाग को दे दी गयी है. फिलहाल 24 X 7 सेवा पूरी तरह बंद है. वहीं, जिला पशुपालन पदाधिकारी न्यूटन तिर्की ने कहा कि वेटनरी हॉस्पिटल में वेटनरी डॉक्टर और संसाधन की कमी से 24 X 7 सेवा बंद है.

Posted By : Samir Ranjan.

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