गोवा में मरे बोकारो के मजदूर रामदेव तुरी का शव पहुंचा गांव, कई बड़े नेता भी अंतिम दर्शन में हुए शामिल
गोवा में तार के चपेट आने से बोकारो मजदूर रामदेव तुरी की मौत हो गयी थी. जो आज गांव पहुंच गया. इसके बाद मृतक का पूरा घर गमगीन हो गया. इस मौके पर कई बड़े नेता भी शामिल हुए.
Jharkhand news, Bokaro News ( मनोज वर्णवाल ) नावाडीह : प्रखंड के पोटसो गांव निवासी कर्मा तुरी के 27 वर्षीय पुत्र सह प्रवासी मजदूर रामदेव तुरी का शव गोवा से मौत के सातवें दिन बुधवार को हवाई मार्ग से रांची के बाद ऐंम्बुलेंस से गांव पहुंचा. शव घर पहुंचते ही गर्भवती पत्नी सुमन देवी, दिव्यांग पिता कर्मा तुरी, माता कांति देवी, पुत्री खुशी कुमारी पुत्र अरूण कुमार के चीखभरी कंदन से पुरा महौल गमगीन हो गया. शव आने की जानकारी मिलते ही शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के पुत्र सह झामुमो के युवा नेता अखिलेश महतो, झामुमो सचिव सोनाराम हेंब्रम, तारो महतो ,इस्लाम राय ,पोटसो मुखिया कुन्ती देवी ,पंसस रिंकी देवी, झामुमो के रूपलाल महतो, राजू महतो आदि पहुंचकर शोकाकुल परिजनों को ढांढस बधाया.
चार नवम्बर को रामदेव की हुई है मौत :-
घर की माली हालत खराब रहने और अपने परिवार का जीवनयापन करने के लिए रोजगार हेतु गोवा पलायन किए रामदेव तुरी गोवा के पिक्सेरिस पावर प्राइवेट ट्रांसमिशन कंपनी में बतौर मजदूर के रूप में कार्यरत था जहां काम के दौरान 21 अक्तूबर को 33 हजार वोल्ट तार की चपेट में आने से गंभीर रूप घायल हो गया. उसके साथ काम करने वाले साथियों ने उसे तुरंत ईलाज हेतु अस्पताल मे भर्ती करवाया जहां दो नवंबर को उनका दायां हाथ चिकित्सक ने काट दिया. लेकिन इसके बाद पूरे शरीर में इंफेक्शन फैलने के कारण दुसरा हाथ नही काटा जा सका और इलाज के दौरान चार नवंबर की रात उनकी मौत हो गई.
कंपनी ने दो लाख रूपया दिया मुआवजा ,
मृतक रामदेव तुरी के साथ कार्य करने वाले टीम लीडर मजदूर महेश तुरी, पिन्टु तुरी, बजरंगी तुरी और राजकुमार तुरी आदि ने बताया कि रामदेव तुरी के निधन की खबर मिलते ही हमलोगों ने कंपनी के प्रतिनिधि से मुआवजे की मांग को लेकर शव लेने से इंकार कर दिया था. तब कंपनी के प्रतिनिधि ने आकर मजदूरों के साथ वार्ता कर तत्काल परिजन को दो लाख रूपया सहित हवाई मार्ग से शव रांची भेजने और कंपनी द्वारा की गई मजदूर की बीमा राशि का पांच लाख रूपये देने का वादा करने के बाद शव का पोस्टमार्टम कर बुधवार की सुबह सात बजे हवाई मार्ग से रांची लाया गया. जहां से शव को उनके गांव लाया गया. इसके बाद श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया
परिवहन मंत्री चंपई सोरेन ने शव लाने का दिया था निर्देश :-
मृतक रामदेव तुरी की मौत की जानकारी मिलते ही प्रवासी मजदूरों के रहनुमा बोकारो के समाजसेवी मंजर ईमान अंसारी द्वारा प्रभात खबर मे प्रकाशित खबर “नावाडीह के प्रवासी मजदूर रामदेव तुरी की गोवा मे करंट से हुई मौत ” को सोशल मिडिया ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए झारखंड के परिवहन सह एसटी एससी व पिछड़ा कल्याण मंत्री चंपई सोरेन से शव लाने की अपील की थी जिस पर मंत्री ने संज्ञान लेते हुए बोकारो उपायुक्त कुलदीप चौधरी को गोवा के अधिकारियो से संपर्क कर शव गांव लाने का निर्देश दिया. इसके बाद जिला प्रशासन की पहल से शव को गांव लाया गया.
अंतिम दर्शन के लिए बेताब दिखे ग्रामीण
मृतक रामदेव तुरी का शव बुधवार को लगभग 11:30 बजे पोटसो तुरी टोला पहुंचते ही अंतिम दर्शन के लिए ग्रामीण बेताब दिखे सैकड़ों महिलाओं ने घर की छत पर चढ़कर मृतक का अंतिम दर्शन किया. ग्रामीण ने भी घर पहुंचकर शोकाकुल परिजन को ढांढस बधाया. इस मौके पर मुखिया पति रूपलाल महतो ,उपमुखिया कमलकिशोर महतो ,वार्ड सन्तोष तुरी ,आजसू नेता राकेश रौशन, दशरथ पाण्डेय, वीरेन्द्र तुरी ,मनोज तुरी ,मनिकचंद रजक ,टेको तुरी ,सुधीर तुरी ,जागेश्वर महतो ,बलदेव तुरी ,युगल तुरी ,कामेश्वर तुरी ,डालचंद महतो ,महादेव साव आदि मौजूद थे.
Posted By : Sameer Oraon